क्या हजरतबल दरगाह में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है? : सज्जाद लोन

सारांश
Key Takeaways
- हजरतबल दरगाह में हालिया घटना ने तनाव को जन्म दिया है।
- सज्जाद लोन ने संयम बनाए रखने की अपील की है।
- राजनीतिक प्रतीकों का धार्मिक स्थलों पर प्रयोग निंदनीय है।
- पुलिस को मामलों में जल्दबाजी से बचना चाहिए।
- सामाजिक शांति को प्राथमिकता देना आवश्यक है।
श्रीनगर, 6 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। हजरतबल दरगाह पर घटित घटना ने जम्मू-कश्मीर के राजनीतिक और धार्मिक क्षेत्रों में हलचल पैदा कर दी है। शनिवार को इस घटनाक्रम पर टिप्पणी करते हुए पीपल्स कॉन्फ्रेंस पार्टी के संस्थापक सज्जाद लोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर अपनी चिंता जताई।
लोन ने इसे दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा कि एक पवित्र धार्मिक स्थल के भीतर किसी राजनीतिक प्रतीक का उपयोग करना अत्यंत निंदनीय है। उन्होंने सभी पक्षों से संयम बनाए रखने की अपील की।
अपने 'एक्स' पोस्ट में सज्जाद लोन ने स्पष्ट शब्दों में कहा, "हजरतबल दरगाह में घटित घटनाएँ अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण हैं। एक पूज्य धार्मिक स्थल के अंदर किसी प्रतीक का उपयोग करना निंदनीय है।"
लोन का यह बयान ऐसे समय में आया है, जब इस घटना को लेकर सोशल मीडिया और राजनीतिक गलियारों में चर्चाएँ तेज हैं। मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए, लोन ने शांति और संयम बनाए रखने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "यह आवश्यक है कि हम भावनाओं को भड़कने न दें।"
उन्होंने विशेष रूप से पुलिस को सलाह दी कि वे इस मामले में जल्दबाजी न करें। अपने 'एक्स' पोस्ट में उन्होंने लिखा, "पुलिस को प्राथमिकी दर्ज करने से बचना चाहिए।"
लोन ने चेतावनी देते हुए कहा, "किसी भी कार्रवाई का परिणाम अंततः आम जनता को भुगतना पड़ेगा, न कि नेताओं को।" उनका मानना है कि इस समय सबसे महत्वपूर्ण यह है कि लोग धैर्य रखें और किसी भी प्रकार की अफवाहों पर ध्यान न दें।
ज्ञात हो कि शुक्रवार को हजरतबल दरगाह में मार्बल की प्लेट पर अशोक चिह्न की उकेरी प्रतिकृति को लेकर वहां उपस्थित कुछ लोगों ने एतराज जताया और इसे इस्लाम के खिलाफ बताया। इस मामले ने तूल पकड़ा और वहां तनाव उत्पन्न हो गया।