क्या कृष्ण कमल हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज के लिए रामबाण है?
सारांश
Key Takeaways
- कृष्ण कमल का सेवन हाई ब्लड प्रेशर में लाभकारी है।
- यह डायबिटीज के मरीजों के लिए भी फायदेमंद है।
- तनाव और अनिद्रा के लिए रामबाण उपाय है।
- सुरक्षित सेवन के लिए डॉक्टर से परामर्श आवश्यक है।
नई दिल्ली, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। अनियमित जीवनशैली के कारण कई शारीरिक और मानसिक समस्याएं उत्पन्न हो रही हैं। इस स्थिति में हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज जैसी बीमारियों का बढ़ना सामान्य हो गया है। लाखों लोग इन मुश्किलों का सामना कर रहे हैं और दवाओं पर निर्भर हो चुके हैं। कहते हैं न कि हर समस्या का समाधान प्रकृति में छिपा होता है। ऐसा ही एक प्राकृतिक उपाय है कृष्ण कमल का फूल।
सुंदर बैंगनी फूल जो न केवल दृष्टि को सुकून देता है, बल्कि औषधीय गुणों से भी भरपूर है। आयुर्वेदाचार्य इसे ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, तनाव और अनिद्रा जैसी समस्याओं के लिए एक रामबाण उपचार मानते हैं।
कृष्ण कमल, जिसे पैशन फ्लावर भी कहा जाता है, भगवान श्रीकृष्ण के प्रिय होने के साथ-साथ इसके औषधीय गुण कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं से राहत दिलाते हैं। आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि यह हाई ब्लड प्रेशर को नियंत्रित करने में अत्यंत प्रभावशाली है। इसमें मौजूद फ्लेवोनॉइड्स और अल्कलॉइड्स रक्त वाहिकाओं को आराम देकर ब्लड प्रेशर को कम करते हैं और हृदय गति को संतुलित रखते हैं।
डायबिटीजब्लड शुगर स्तर को स्थिर करने में सहायक है और पैनक्रियाटिक सेल्स को मजबूत बनाता है। नियमित सेवन से इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ती है, जिससे डायबिटीज पर काबू पाया जा सकता है। इसके अलावा, यह पेशाब में जलन की समस्या को भी दूर करता है।
कृष्ण कमल के अन्य प्रमुख लाभ तनाव और अनिद्रा में देखे जाते हैं। अनिद्रा से जूझ रहे लोगों के लिए, यह रात में लेने पर गहरी और आरामदायक नींद लाने में मदद करता है। आयुर्वेदाचार्य कहते हैं कि यह मानसिक थकावट, अवसाद और नर्वसनेस में भी कारगर है। इसका सेवन करना भी सरल है। एक चम्मच सूखे फूल का पाउडर एक कप पानी में उबालें, 5-10 मिनट छोड़कर छान लें और गुनगुना पीएं। दिन में 2-3 बार इसका सेवन किया जा सकता है। तनाव या अनिद्रा के लिए सोने से पहले इसका सेवन करना सबसे अच्छा है। यह मांसपेशियों को रिलैक्स करता है और पूरे शरीर को सुकून देता है।
विशेषज्ञों की सलाह है कि कृष्ण कमल का सेवन संयम में किया जाए। गर्भवती महिलाएं, स्तनपान कराने वाली माताएं या कोई दवा ले रहे लोग डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें।