क्या हिमाचल प्रदेश में ईडी ने सहायक औषधि नियंत्रक निशांत सरीन को गिरफ्तार किया?

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क्या हिमाचल प्रदेश में ईडी ने सहायक औषधि नियंत्रक निशांत सरीन को गिरफ्तार किया?

सारांश

हिमाचल प्रदेश के सहायक औषधि नियंत्रक निशांत सरीन को ईडी ने भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया है। यह मामला जालसाजी और धोखाधड़ी से जुड़ा है, जिसमें सरीन और उनके सहयोगी पर गंभीर आरोप लगे हैं। क्या यह मामला और बढ़ेगा?

Key Takeaways

  • निशांत सरीन को ईडी ने गिरफ्तारी की है।
  • भ्रष्टाचार, जालसाजी और आय से अधिक संपत्ति के आरोप हैं।
  • ईडी द्वारा कई संपत्तियाँ जब्त की गई हैं।
  • जांच अभी भी जारी है और कई अन्य मामलों की संभावना है।
  • सरकार भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कदम उठा रही है।

शिमला, 10 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के शिमला उप-क्षेत्रीय कार्यालय ने भ्रष्टाचार, जालसाजी, धोखाधड़ी, आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने और आपराधिक षड्यंत्र के मामलों में सहायक औषधि नियंत्रक (मुख्यालय) निशांत सरीन को गिरफ्तार किया।

सरीन, जो वर्तमान में हिमाचल प्रदेश के स्वास्थ्य एवं सुरक्षा विनियमन निदेशालय में तैनात हैं, को 9 अक्टूबर को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए), 2002 के तहत हिरासत में लिया गया। ईडी ने उन्हें विशेष न्यायालय (पीएमएलए), शिमला में पेश किया, जहां 14 अक्टूबर तक रिमांड स्वीकृत किया गया। मामले की जांच अभी भी जारी है।

ईडी की जांच राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (एसवी एंड एसीबी), हिमाचल प्रदेश पुलिस द्वारा भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम, 1988 के तहत दर्ज प्राथमिकी पर आधारित है। सरीन, जो पहले बद्दी में सहायक औषधि नियंत्रक (एडीसी) थे, पर रिश्वतखोरी और पद का दुरुपयोग का आरोप है। एसवी एंड एसीबी ने उन्हें और उनके सहयोगी कोमल खन्ना को गिरफ्तार कर आरोप-पत्र दाखिल किया। इसके अतिरिक्त, हरियाणा के पंचकूला पुलिस ने 29 अक्टूबर 2022 को एफआईआर संख्या 215/2022 दर्ज की, जिसमें झेनिया फार्मास्युटिकल्स, पंचकूला के साझेदारी विलेख की जालसाजी का मामला है। आरोप है कि सरीन और खन्ना ने छल-कपट और धमकी देकर खन्ना का हिस्सा 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 95 प्रतिशत कर दिया।

23 सितंबर 2025 को एसवी एंड एसीबी ने एफआईआर संख्या 08/2025 दर्ज की, जिसमें सरीन पर ज्ञात आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने का आरोप है। 1 अप्रैल 2002 से 21 अगस्त 2019 तक की जांच अवधि में 1.66 करोड़ रुपए की राशि जब्त की गई। ईडी ने पाया कि सरीन ने हिमाचल प्रदेश सरकार में औषधि निरीक्षक और एडीसी रहते दवा कंपनियों के प्रबंधकों से रिश्वत ली। इससे भारतीय दंड संहिता, 1860 की धाराओं के तहत धोखाधड़ी, जालसाजी और षड्यंत्र सहित अनुसूचित अपराधों से अवैध आय कमाई, जिसका उपयोग विलासितापूर्ण जीवन और संपत्ति खरीदने में किया।

जून-जुलाई 2025 में ईडी के छापेमारी अभियानों में 32 लाख रुपए के दो वाहन और 65 लाख रुपए के सोने के आभूषण जब्त हुए। सरीन के 48 बैंक खाते/एफडीआर (2.23 करोड़ रुपए) और तीन लॉकर फ्रीज किए गए। छापों में 60 से अधिक अनियंत्रित शराब की बोतलें भी बरामद हुईं। ईडी ने कहा कि सरीन के परिवार और सहयोगियों के वित्तीय लेन-देन पर नजर रखी जा रही है।

Point of View

NationPress
26/11/2025

Frequently Asked Questions

निशांत सरीन को क्यों गिरफ्तार किया गया?
उन्हें भ्रष्टाचार, जालसाजी, धोखाधड़ी और आय से अधिक संपत्ति अर्जित करने के आरोप में गिरफ्तार किया गया।
ईडी की जांच का आधार क्या है?
यह जांच राज्य सतर्कता एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा दर्ज प्राथमिकी पर आधारित है।
क्या सरीन के खिलाफ अन्य मामले भी हैं?
हाँ, सरीन और उनके सहयोगी को रिश्वतखोरी और जालसाजी के अन्य मामलों में भी आरोपित किया गया है।
इस मामले में ईडी ने क्या कार्रवाई की है?
ईडी ने सरीन के बैंक खाते, लॉकर और सम्पत्ति को फ्रीज किया है और छापेमारी के दौरान बड़ी मात्रा में संपत्ति जब्त की है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ क्या कदम उठाए जा रहे हैं?
सरकार और ईडी भ्रष्टाचार के खिलाफ सख्त कार्रवाई कर रहे हैं और ऐसे मामलों की गहराई से जांच की जा रही है।
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