क्या तमिलनाडु में एसआई षणमुगवेल की हत्या के मुख्य आरोपी को पुलिस ने ढेर कर दिया?

सारांश
Key Takeaways
- एसआई षणमुगवेल की हत्या ने पूरे राज्य में आक्रोश फैलाया।
- मणिकंदन को मुठभेड़ में ढेर किया गया।
- मुख्यमंत्री ने एक करोड़ रुपए की सहायता राशि की घोषणा की।
चेन्नई, 7 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। तमिलनाडु के तिरुप्पुर जिले में एसआई षणमुगवेल की हत्या के मामले में पुलिस ने एक प्रमुख आरोपी को ढेर कर दिया है। आरोपी का नाम मणिकंदन है, जिसे पुलिस काफी समय से खोज रही थी। गुरुवार सुबह, तमिलनाडु पुलिस ने एक मुठभेड़ में मणिकंदन को मार गिराया.
प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, पुलिस ने एसएसआई षणमुगवेल की हत्या में शामिल आरोपियों को पकड़ने के लिए 6 विशेष टीमों का गठन किया था। 5 अगस्त को हुई हत्या के बाद से मणिकंदन फरार था। राज्यव्यापी तलाशी अभियान के तहत एक विशेष टीम ने मणिकंदन के ठिकाने का पता लगाया।
अधिकारियों ने बताया कि जब पुलिस ने आरोपी को पकड़ने का प्रयास किया, तो उसने एक एएसआई पर हथियार से हमला किया। पुलिस अधिकारी ने अपनी आत्मरक्षा में गोली चलाई, जिससे मणिकंदन की मृत्यु हो गई। उसके शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया है।
इससे पहले, इस हत्या में शामिल दो आरोपियों ने बुधवार को तिरुप्पुर जिला पुलिस अधीक्षक के कार्यालय में सरेंडर किया, जिनमें मूर्ति और उसका छोटा बेटा थंगापंडी शामिल हैं।
उल्लेखनीय है, 5 अगस्त को एसआई षणमुगवेल को मदाथुकुलम के पास चिक्कनूथु गांव में एक नारियल के बाग में पारिवारिक विवाद की सूचना मिली थी। यह बाग अन्नाद्रमुक विधायक महेंद्रन का है और आरोपी वहाँ बागान मजदूर के रूप में कार्यरत थे। झगड़े के दौरान, बाप-बेटे ने मिलकर षणमुगवेल पर हमला कर दिया।
एसआई षणमुगवेल जब विवाद को सुलझाने की कोशिश कर रहे थे, तभी उन पर हमला किया गया। इस घटना के कारण पूरे राज्य में आक्रोश
मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने इस हत्या पर गहरा दुख व्यक्त किया और मृतक अधिकारी के परिवार को एक करोड़ रुपए की सहायता राशि देने की घोषणा की। उन्होंने इसे पुलिस बल के लिए एक अपूरणीय क्षति बताया और दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया।