क्या प्रवासी राजस्थानियों की उपलब्धियां भावी पीढ़ियों को प्रेरित कर रही हैं? : सीएम भजन लाल शर्मा
सारांश
Key Takeaways
- प्रवासी राजस्थानियों की उपलब्धियां भावी पीढ़ियों को प्रेरित करती हैं।
- राजस्थान फाउंडेशन के माध्यम से प्रवासी राजस्थानी एकजुट हो रहे हैं।
- राजस्थान ने निवेशक-अनुकूल वातावरण बनाया है।
- पर्यटन राज्य की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है।
- राजस्थान में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धियां हैं।
कोलकाता/जयपुर, 28 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान के मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने मंगलवार को कोलकाता में प्रवासी राजस्थानी सम्मेलन को संबोधित करते हुए कहा कि प्रवासी राजस्थानियों की उपलब्धियां युवाओं और भावी पीढ़ियों के लिए प्रेरणा का स्रोत हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि अपनी मातृभूमि से दूर रहने के बावजूद, प्रवासी राजस्थानियों ने राजस्थान की समृद्ध संस्कृति, परंपराओं और मूल्यों को संरक्षित रखा है।
शर्मा ने आगे कहा कि राज्य सरकार 10 दिसंबर, 2025 को जयपुर में प्रवासी राजस्थानी दिवस का आयोजन करेगी, जिससे कि 'कर्मभूमि' और 'जन्मभूमि' के बीच भावनात्मक और सांस्कृतिक संबंधों को मजबूत किया जा सके।
उन्होंने प्रवासी राजस्थानियों से इस कार्यक्रम में भाग लेने का आग्रह किया, जिससे यह दिन उनकी उपलब्धियों का जश्न मनाने का एक मंच बन सके।
सीएम ने बताया कि प्रवासी राजस्थानियों ने पश्चिम बंगाल के आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण योगदान दिया है और उनकी उपलब्धियां राज्य के युवाओं को प्रेरित करती रहती हैं।
उन्होंने राजस्थान फाउंडेशन (आरएफ) के 26 शाखाओं के संचालन का उल्लेख किया, जो वैश्विक राजस्थानी प्रवासियों को राज्य से जोड़ने का कार्य कर रही हैं।
मुख्यमंत्री ने राजस्थान की आर्थिक प्रगति पर प्रकाश डालते हुए कहा कि राज्य ने एक गतिशील और निवेशक-अनुकूल वातावरण बनाया है, जो उद्योग, व्यापार और बुनियादी ढांचे में वृद्धि को गति दे रहा है।
राजस्थान के कपड़ा उद्योग की जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि राज्य में 1,500 से अधिक कारखाने कार्यरत हैं और यह पॉलिएस्टर, कपास और ऊन का सबसे बड़ा उत्पादक है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य में एचपीसीएल रिफाइनरी जल्द ही चालू होने वाली है और राजस्थान पेट्रो जोन का विकास किया जा रहा है, जिससे राज्य हाइड्रोकार्बन और पेट्रोकेमिकल केंद्र बन जाएगा।
राजस्थान 34,555 मेगावाट की सौर ऊर्जा क्षमता के साथ देश में पहले स्थान पर है और हाल ही में 17 गीगावाट क्षमता की नवीकरणीय परियोजनाओं के लिए भूमि आवंटित की गई है।
पर्यटन के क्षेत्र में उन्होंने कहा कि यह राज्य की अर्थव्यवस्था का एक प्रमुख स्तंभ है और 2024 में लगभग 2.3 करोड़ पर्यटकों के आने की उम्मीद है।
सीएम ने बताया कि खाटू श्यामजी, नाथद्वारा, पुष्कर जैसे प्रमुख तीर्थ स्थलों को जोड़ने वाला धार्मिक पर्यटन सर्किट विकसित किया जा रहा है।
राजस्थान ने 22 नई औद्योगिक नीतियों को पेश किया है और विकसित राजस्थान 2047 विजन के तहत 12 और नीतियों का प्रस्ताव किया गया है।
उन्होंने इस अवसर पर प्रवासी राजस्थानियों (एनआरआरएस) को समाज सेवा में योगदान के लिए सम्मानित किया और राजस्थान फाउंडेशन की एक कॉफी टेबल बुक का विमोचन किया।
इस कार्यक्रम में शहरी विकास मंत्री झाबर सिंह खर्रा, प्रमुख सचिव (उद्योग) आलोक गुप्ता, सीआईआई पूर्वी क्षेत्र के अध्यक्ष शाश्वत गोयनका और अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।