क्या यूएनएफसीसीसी की एनडीसी रिपोर्ट 2025 देशों की जलवायु योजनाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को पहले से बेहतर बनाती है?

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क्या यूएनएफसीसीसी की एनडीसी रिपोर्ट 2025 देशों की जलवायु योजनाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता को पहले से बेहतर बनाती है?

सारांश

क्या जलवायु परिवर्तन के खिलाफ वैश्विक प्रयासों में प्रगति हो रही है? यूएनएफसीसीसी की नई रिपोर्ट यह दर्शाती है कि देशों की जलवायु योजनाओं की गुणवत्ता और विश्वसनीयता में सुधार हुआ है। जानिए इस रिपोर्ट में क्या है खास और जलवायु संकट से निपटने के लिए हमें क्या कदम उठाने की आवश्यकता है।

Key Takeaways

  • यूएनएफसीसीसी की एनडीसी रिपोर्ट में देशों की जलवायु योजनाओं की गुणवत्ता में सुधार हुआ है।
  • 64 देशों ने नए एनडीसी प्रस्तुत किए हैं।
  • 2019 के वैश्विक उत्सर्जन का लगभग 30 प्रतिशत कवर किया गया है।
  • 2035 तक वैश्विक उत्सर्जन में 10 प्रतिशत की गिरावट संभव है।
  • जलवायु कार्रवाई आर्थिक स्थिरता को भी प्रभावित कर सकती है।

संयुक्त राष्ट्र, 29 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (यूएनएफसीसीसी) ने ‘राष्ट्रीय स्तर पर तय योगदान’ (एनडीसी) पर नई प्रगति की रिपोर्ट जारी की है।

यूएनएफसीसीसी द्वारा जारी यह रिपोर्ट वर्ष 2025 के एनडीसी पर आधारित है। इसमें बताया गया है कि अब देशों की जलवायु योजनाओं की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और आर्थिक दायरा पहले से बेहतर हुआ है।

समाचार एजेंसी सिन्हुआ की रिपोर्ट के अनुसार, यह रिपोर्ट ब्राजील में अगले महीने होने वाले ‘कॉप-30’ सम्मेलन से पहले जारी की गई। इस रिपोर्ट में 1 जनवरी, 2024 से 30 सितंबर, 2025 के बीच एनडीसी रजिस्ट्री में औपचारिक रूप से प्रस्तुत राष्ट्रीय जलवायु योजनाओं को शामिल किया गया है।

रिपोर्ट में बताया गया है कि 64 देशों ने अपने नए एनडीसी जमा किए हैं। ये देश 2019 के कुल वैश्विक उत्सर्जन का लगभग 30 प्रतिशत हिस्सा कवर करते हैं।

इन देशों ने अपनी नई जलवायु नीतियों में उत्सर्जन घटाने के अलग-अलग लक्ष्य तय किए हैं। रिपोर्ट के अनुसार, देशों का संयुक्त प्रयास उत्सर्जन घटाने की दिशा में आगे बढ़ रहा है, लेकिन गति अब भी पर्याप्त नहीं है।

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अब कई देश अपनी पूरी अर्थव्यवस्था और समाज के स्तर पर जलवायु कार्रवाई को अपनाने लगे हैं। यह कदम न केवल पर्यावरण सुधार में मदद करेगा बल्कि आर्थिक स्थिरता, रोजगार, स्वास्थ्य और ऊर्जा सुरक्षा जैसे क्षेत्रों में भी लाभ देगा।

हालांकि रिपोर्ट यह भी स्पष्ट करती है कि अब भी तेज़ और गहरे स्तर पर उत्सर्जन घटाने की आवश्यकता है, ताकि इसके सकारात्मक प्रभाव हर देश और व्यक्ति तक पहुंच सकें।

संयुक्त राष्ट्र महासचिव के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने कहा कि कोप30 से पहले वैश्विक प्रगति की एक व्यापक तस्वीर प्रदान करने के लिए यूएनएफसीसीसी ने अतिरिक्त गणनाएं भी की हैं, जिनमें हाल में जमा किए गए नए लक्ष्यों को जोड़ा गया है। इन आंकड़ों से पता चलता है कि पहली बार वैश्विक उत्सर्जन में लगभग 10 प्रतिशत की गिरावट 2035 तक संभव है।

उन्होंने कहा, "उनका कहना है कि यह व्यापक तस्वीर, पहली बार वैश्विक उत्सर्जन में स्पष्ट रूप से गिरावट दिखाती है, 2035 तक लगभग 10 प्रतिशत की कमी आएगी। रिपोर्ट इस बात पर ज़ोर देती है कि स्पष्ट प्रगति तो दिख रही है, लेकिन उत्सर्जन में तेजी से और व्यापक कटौती करने और 1.5 (डिग्री सेल्सियस) की सीमा को पहुँच में बनाए रखने के लिए बड़ी तेजी की ज़रूरत है।"

Point of View

लेकिन इसे और तेज़ी से बढ़ाने की आवश्यकता है। सभी देशों को मिलकर अपने प्रयासों को एकजुट करने की जरूरत है ताकि हम 1.5 डिग्री सेल्सियस के लक्ष्य को हासिल कर सकें। यह न केवल पर्यावरण बल्कि मानवता के लिए भी आवश्यक है।
NationPress
29/10/2025

Frequently Asked Questions

यूएनएफसीसीसी की एनडीसी रिपोर्ट में क्या जानकारी है?
एनडीसी रिपोर्ट में देशों की जलवायु योजनाओं की गुणवत्ता, विश्वसनीयता और आर्थिक दायरे में सुधार की जानकारी दी गई है।
कितने देशों ने अपने नए एनडीसी जमा किए हैं?
रिपोर्ट के अनुसार, 64 देशों ने अपने नए एनडीसी जमा किए हैं।
रिपोर्ट का प्रमुख निष्कर्ष क्या है?
रिपोर्ट दर्शाती है कि वैश्विक उत्सर्जन में 2035 तक लगभग 10 प्रतिशत की गिरावट संभव है।
क्या जलवायु योजनाओं में सुधार हो रहा है?
हाँ, कई देशों ने अपनी जलवायु योजनाओं में सुधार किया है और उत्सर्जन घटाने के ठोस लक्ष्य तय किए हैं।
रिपोर्ट में क्या किया जाना चाहिए?
रिपोर्ट में तेज़ और गहरे स्तर पर उत्सर्जन घटाने की आवश्यकता पर जोर दिया गया है।