क्या अरविंद शर्मा को मध्य प्रदेश का नया प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया?

सारांश
Key Takeaways
- अरविंद शर्मा को मध्य प्रदेश का नया प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है।
- ए.पी. सिंह का एक दशक लंबा कार्यकाल समाप्त हुआ।
- यह नियुक्ति सचिवालय में नई दिशा का संकेत है।
- सिंह की नई भूमिका पर विवाद खड़ा हो गया है।
- राजनीतिक बहस इस नियुक्ति को लेकर जारी है।
भोपाल, 30 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। अरविंद शर्मा को मंगलवार को मध्य प्रदेश का नया प्रमुख सचिव नियुक्त किया गया है। इस नियुक्ति के साथ ही ए.पी. सिंह का एक दशक लंबा कार्यकाल समाप्त हो गया है।
मध्य प्रदेश विधानसभा सचिवालय में नए प्रधान सचिव के रूप में अरविंद शर्मा की नियुक्ति को विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर ने मंजूरी दी है। यह कदम सचिवालय के कामकाज में नया अध्याय शुरू करने का संकेत देता है और इसने राजनीतिक बहस को भी जन्म दिया है।
अरविंद शर्मा, जो पहले लोकसभा में निदेशक थे, को अध्यक्ष तोमर के पद संभालने के बाद विधानसभा सचिवालय में शामिल किया गया। उनकी इस शीर्ष प्रशासनिक पद पर नियुक्ति को सचिवालय में नई ऊर्जा और संसदीय अनुभव लाने की रणनीति के रूप में देखा जा रहा है।
शर्मा ने ए.पी. सिंह का स्थान लिया है, जो 2016 से राज्य के प्रधान सचिव थे और मंगलवार को सेवानिवृत्त हुए। सिंह का कार्यकाल, जो रिटायरमेंट के बाद दो बार बढ़ाया गया, विधानसभा के इतिहास में अभूतपूर्व माना जाता है। 10 साल तक लगातार इस पद पर रहकर सिंह ने प्रशासनिक निरंतरता का रिकॉर्ड बनाया।
हालांकि, सिंह की रिटायरमेंट के बाद मध्य प्रदेश मानवाधिकार आयोग में प्रशासनिक सदस्य के रूप में नियुक्ति ने विवाद खड़ा कर दिया है। चयन समिति की बैठक में नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंघार ने प्रक्रिया में अनियमितता का आरोप लगाया और कांग्रेस ने इस नियुक्ति को हाई कोर्ट में चुनौती देने की बात कही।