क्या दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के कारण जलभराव और उड़ानों में देरी हुई?

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क्या दिल्ली-एनसीआर में भारी बारिश के कारण जलभराव और उड़ानों में देरी हुई?

सारांश

दिल्ली-एनसीआर में हुई तेज बारिश ने कई क्षेत्रों में जलभराव पैदा किया है और उड़ानों में देरी का कारण बना। जानें इस समस्या का असर और प्रशासन की तैयारी के बारे में।

Key Takeaways

  • दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश से जलभराव हुआ।
  • उड़ानों में विलंब की सूचना है।
  • प्रशासन ने रेड अलर्ट जारी किया।
  • यात्रियों को सावधानी बरतने की सलाह दी गई।
  • यमुना का जलस्तर बढ़ रहा है, बाढ़ की आशंका है।

नई दिल्ली, 9 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। शनिवार की सुबह दिल्ली-एनसीआर में तेज बारिश के कारण दिल्ली, नोएडा, गाजियाबाद और गुरुग्राम के कई क्षेत्रों में जलभराव हो गया। इसके परिणामस्वरूप विभिन्न स्थानों पर जाम लग गया और उड़ानों के कार्यक्रम पर भी प्रभाव पड़ा।

भारतीय मौसम विभाग ने दिल्ली के लिए रेड अलर्ट जारी किया है और नागरिकों को लगातार बारिश और उससे जुड़ी समस्याओं के लिए तैयार रहने की सलाह दी है।

दिल्ली के शास्त्री भवन, आरके पुरम, मोती बाग और किदवई नगर समेत अनेक क्षेत्रों में सड़कों पर पानी भर गया। कनॉट प्लेस, मथुरा रोड और भारत मंडपम के गेट नंबर 7 के आसपास भी जलभराव से आवागमन में कठिनाई हुई।

बारिश के कारण दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों में विलंब हुआ। इंडिगो एयरलाइंस ने यात्रियों को सलाह दी कि वे हवाई अड्डे पर जाने से पहले अपनी उड़ान की स्थिति ऑनलाइन अवश्य चेक करें। एयरलाइन ने यह भी सुझाव दिया कि सड़क पर जाम या धीमी गति के कारण अतिरिक्त समय लेकर चलें और यदि संभव हो तो वैकल्पिक मार्ग अपनाएं।

बारिश से नागरिकों को उमस से राहत मिली और हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ, जो अब 116 के मध्यम स्तर पर है। मौसम विभाग ने शनिवार का अधिकतम तापमान 33 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम 25 डिग्री सेल्सियस रहने का अनुमान लगाया है।

इसी बीच, पुराने रेलवे पुल पर यमुना का जलस्तर 205.15 मीटर तक पहुंच गया है, जो इस मौसम का सबसे ऊंचा स्तर है और खतरे के निशान 205.33 मीटर के निकट है। इससे निचले क्षेत्रों में बाढ़ की आशंका बढ़ गई है।

प्रशासन ने नागरिकों से सावधानी बरतने, गैर-जरूरी यात्रा से बचने और मौसम की ताजा जानकारी पर ध्यान देने की अपील की है। टीमें जल निकासी और यातायात को सुचारू करने में जुटी हुई हैं।

देशभर में शनिवार को रक्षाबंधन का त्योहार भी मनाया जा रहा है। ऐसे में, वीकेंड होने के बावजूद यातायात व्यवस्था को संभालना एक चुनौती बनेगा।

Point of View

यह स्पष्ट है कि प्राकृतिक आपदाएं नागरिकों को प्रभावित करती हैं। प्रशासन की चेतावनी और सावधानी बरतने की आवश्यकता है। इस समय, हमें एकजुट होकर चुनौतियों का सामना करना चाहिए।
NationPress
09/08/2025

Frequently Asked Questions

दिल्ली में बारिश के कारण क्या हुआ?
दिल्ली में तेज बारिश से जलभराव हुआ और कई स्थानों पर यातायात में बाधा आई।
क्या उड़ानों में देरी हुई?
हाँ, इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर उड़ानों में देरी हुई।
प्रशासन ने क्या कदम उठाए हैं?
प्रशासन ने नागरिकों को सावधानी बरतने और गैर-जरूरी यात्रा से बचने की सलाह दी है।
क्या बारिश का मौसम के तापमान पर असर पड़ा?
बारिश के बाद हवा की गुणवत्ता में सुधार हुआ है और तापमान में भी थोड़ी गिरावट आई है।
क्या यमुना का जलस्तर बढ़ गया है?
हाँ, यमुना का जलस्तर 205.15 मीटर तक पहुंच गया है जो कि खतरे के निशान के करीब है।