क्या रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाओं की औसत संख्या बढ़कर 11,740 हुई?

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क्या रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाओं की औसत संख्या बढ़कर 11,740 हुई?

सारांश

रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि भारतीय रेलवे नेटवर्क पर दैनिक ट्रेन सेवाओं की संख्या बढ़कर 11,740 हो गई है, जबकि कोविड-19 से पहले यह संख्या 11,283 थी। यह वृद्धि यात्रियों की सुरक्षा और सेवा में सुधार के लिए की गई है। जानिए इस महत्वपूर्ण बदलाव के बारे में और क्या-क्या बदलाव हो रहे हैं।

Key Takeaways

  • भारतीय रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाएं बढ़कर 11,740 हो गई हैं।
  • कोविड-19 से पहले की तुलना में ट्रेन सेवाओं की संख्या में वृद्धि हुई है।
  • आईआईटी-मुंबई के सहयोग से समय सारणी का युक्तिकरण किया गया है।
  • वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर संस्करण का विकास हो रहा है।
  • विशेष ट्रेनें त्योहारों और छुट्टियों के दौरान चलायी जाती हैं।

नई दिल्ली, 10 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जानकारी दी है कि भारतीय रेलवे नेटवर्क पर प्रतिदिन औसतन 11,740 ट्रेनें (नवंबर 2025) चल रही हैं, जो कि कोविड-19 से पहले 11,283 थीं। इसके अलावा, रेलवे प्रतिदिन औसतन 2,238 मेल/एक्सप्रेस ट्रेनें (नवंबर 2025) संचालित करता है, जबकि कोविड-19 से पहले यह संख्या 1,768 थी।

लोकसभा में एक सवाल के लिखित उत्तर में केंद्रीय मंत्री ने बताया कि भारतीय रेलवे ने आईआईटी-मुंबई के सहयोग से समय सारणी का युक्तिकरण वैज्ञानिक तरीके से किया है, जिसमें ट्रेन सेवाओं और ठहरावों का समायोजन शामिल है। यह प्रक्रिया मुख्य रूप से यात्रियों की सुरक्षा के लिए रखरखाव कॉरिडोर ब्लॉक बनाने, ट्रेन सेवाओं की गति बढ़ाने और समय की पाबंदी में सुधार करने के उद्देश्य से की गई थी।

नवंबर 2021 से, एक्सप्रेस ट्रेनें युक्तिसंगत समय सारणी और नियमित संख्या के अनुसार चल रही हैं।

केंद्रीय मंत्री ने बताया कि वर्तमान में, भारतीय रेलवे नेटवर्क पर चेयर कार वाली 164 वंदे भारत ट्रेनें संचालित हो रही हैं। इसके अलावा, वंदे भारत एक्सप्रेस और इसके वेरिएंट सहित नई ट्रेनों की शुरुआत भारतीय रेलवे में एक सतत प्रक्रिया है, जो कई कारकों पर निर्भर करती है, जैसे कि उस खंड की क्षमता, मार्ग की उपलब्धता, आवश्यक रोलिंग स्टॉक की उपलब्धता, रोलिंग स्टॉक के लिए उपयुक्त बुनियादी ढांचे की उपलब्धता, रेलवे ट्रैक और अन्य संपत्तियों के रखरखाव की आवश्यकता।

वैष्णव ने आगे बताया कि लंबी और मध्यम दूरी की रात्रिकालीन यात्रा को सुविधाजनक बनाने के लिए, वंदे भारत ट्रेन के स्लीपर संस्करण को स्वदेशी रूप से डिजाइन किया गया है। ऐसे दो रैक निर्मित किए जा चुके हैं और परीक्षण/चालू करने की प्रक्रिया में हैं।

इससे पहले रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बुधवार को लोकसभा में हरिद्वार के सांसद त्रिवेंद्र सिंह रावत द्वारा तीर्थयात्रियों के लिए रेल सेवाओं से संबंधित पूछे गए प्रश्न का उत्तर दिया। उन्होंने बताया कि भारतीय रेलवे उत्तराखंड के प्रमुख धार्मिक शहरों हरिद्वार और देहरादून को देश के महत्वपूर्ण शहरों से व्यापक रेल नेटवर्क के माध्यम से जोड़ता है।

रेल मंत्री ने कहा कि वर्तमान में हरिद्वार स्टेशन से 88 और देहरादून स्टेशन से 36 रेलगाड़ियां संचालित हो रही हैं। देहरादून/हरिद्वार से वाराणसी, गया, पुरी, पटना और कोलकाता जैसे प्रमुख शहरों के लिए कई ट्रेन जोड़े (पेयर) उपलब्ध हैं।

उन्होंने कहा कि रेलवे नेटवर्क कई राज्यों में फैला है और ट्रेनों का संचालन नेटवर्क की आवश्यकता के अनुसार राज्य सीमाओं के पार भी किया जाता है। यात्रियों की मांग, परिचालनिक स्थिति और त्यौहारों, छुट्टियों एवं धार्मिक आयोजनों के दौरान बढ़ती भीड़ को देखते हुए भारतीय रेलवे विशेष ट्रेनें भी चलाता है।

Point of View

यह कहना उचित है कि भारतीय रेलवे का यह कदम यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा के लिए महत्वपूर्ण है। ट्रेन सेवाओं की संख्या में वृद्धि और समय सारणी का युक्तिकरण, दोनों ही यात्रियों के अनुभव को बेहतर बनाने की दिशा में एक सकारात्मक कदम हैं।
NationPress
11/12/2025

Frequently Asked Questions

भारतीय रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाओं की संख्या कितनी है?
भारतीय रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाओं की संख्या वर्तमान में 11,740 है।
कोविड-19 से पहले ट्रेनों की संख्या कितनी थी?
कोविड-19 से पहले, भारतीय रेलवे की दैनिक ट्रेन सेवाओं की संख्या 11,283 थी।
भारतीय रेलवे ने समय सारणी में क्या सुधार किए हैं?
भारतीय रेलवे ने आईआईटी-मुंबई के साथ मिलकर समय सारणी का युक्तिकरण किया है।
वंदे भारत ट्रेनें कबसे चल रही हैं?
वंदे भारत ट्रेनें नवंबर 2021 से युक्तिसंगत समय सारणी के अनुसार चल रही हैं।
हरिद्वार और देहरादून के लिए कितनी ट्रेनें संचालित हो रही हैं?
हरिद्वार स्टेशन से 88 और देहरादून स्टेशन से 36 रेलगाड़ियां संचालित हो रही हैं।
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