क्या इंडिगो पर डीजीसीए का बड़ा एक्शन हुआ है, निरीक्षकों को निकाला और सीईओ को दोबारा समन किया गया?
सारांश
Key Takeaways
- इंडिगो पर डीजीसीए का बड़ा एक्शन हुआ है।
- चार फ्लाइट निरीक्षकों को निकाला गया है।
- सीईओ को दोबारा समन किया गया है।
- एयरलाइन को 10 प्रतिशत उड़ानें घटाने का आदेश।
- विशेष निगरानी दल तैनात किए गए हैं।
नई दिल्ली, 12 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। भारत की प्रमुख एयरलाइन इंडिगो पर नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) ने एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है और चार फ्लाइट निरीक्षकों को हटा दिया है, जो कि इंडिगो की सुरक्षा और संचालन मानकों के लिए उत्तरदायी थे।
डीजीसीए ने यह निर्णय इस माह की शुरुआत में एयरलाइन द्वारा हजारों उड़ानों के रद्द होने के कारण लिया है।
इसके अलावा, विमानन नियामक ने इंडिगो के सीईओ पीटर एल्बर्स को पुनः समन भेजा है और उन्हें शुक्रवार को अधिकारियों के सामने पेश होने के लिए कहा गया है।
सूत्रों के अनुसार, निरीक्षण और निगरानी में लापरवाही के चलते यह कार्रवाई की गई है।
नियामक ने अब इंडिगो के गुरुग्राम कार्यालय में दो विशेष निगरानी दल तैनात किए हैं ताकि एयरलाइन के संचालन पर गहरी नजर रखी जा सके।
ये दल प्रतिदिन शाम 6 बजे तक डीजीसीए को रिपोर्ट प्रस्तुत करेंगे। एक दल इंडिगो के बेड़े की क्षमता, पायलटों की उपलब्धता, चालक दल के उपयोग के घंटे, प्रशिक्षण कार्यक्रम, ड्यूटी विभाजन पैटर्न, अनियोजित अवकाश, स्टैंडबाय क्रू और चालक दल की कमी के कारण प्रभावित उड़ानों की संख्या की निगरानी कर रहा है।
यह दल एयरलाइन की औसत उड़ान अवधि और नेटवर्क की भी समीक्षा कर रहा है ताकि परिचालन में होने वाली बाधा के पूरे पैमाने को समझा जा सके।
दूसरी टीम यात्रियों पर संकट के प्रभाव पर ध्यान केंद्रित कर रही है। इसमें एयरलाइन और ट्रैवल एजेंटों से रिफंड की स्थिति, नागरिक उड्डयन आवश्यकताओं (सीएआर) के तहत दी जाने वाली क्षतिपूर्ति, समय पर उड़ान भरना, सामान की वापसी और समग्र रद्दीकरण की स्थिति की जांच करना शामिल है।
इंडिगो को अपने संचालन में 10 प्रतिशत की कटौती करने का निर्देश दिया गया है ताकि उड़ानों का शेड्यूल स्थिर हो सके और आगे की व्यवधानों को नियंत्रित किया जा सके।
एयरलाइन आमतौर पर प्रतिदिन लगभग 2,200 उड़ानें संचालित करती है, जिसका अर्थ है कि अब एयरलाइन प्रतिदिन 200 से अधिक उड़ानें कम भरेगी।
नागर विमानन मंत्री राम मोहन नायडू ने कहा कि इंडिगो द्वारा क्रू रोस्टर, उड़ान समय और संचार के कुप्रबंधन के कारण यात्रियों को "गंभीर असुविधा" का सामना करना पड़ा है।
इंडिगो के सीईओ एल्बर्स के साथ बैठक के बाद केंद्रीय मंत्री ने कहा कि एयरलाइन को किराए की सीमा और प्रभावित यात्रियों की सहायता के उपायों सहित मंत्रालय के सभी निर्देशों का पालन करना होगा।
डीजीसी की जांच जारी है और इंडिगो के सीईओ को आगे स्पष्टीकरण के लिए तलब किया गया है। एयरलाइन ने 3 से 5 दिसंबर के बीच अत्यधिक देरी का सामना करने वाले यात्रियों के लिए मुआवजे की घोषणा की है।