क्या असम-मेघालय सीमा पर बिजली गिरने से एक की जान गई?

सारांश
Key Takeaways
- बिजली गिरने की घटनाएं बढ़ रही हैं।
- सरकारी प्रशासन को सुरक्षा उपायों को मजबूत करना चाहिए।
- घायलों को तत्काल चिकित्सा सहायता मिलनी चाहिए।
गुवाहाटी, 1 सितम्बर (राष्ट्र प्रेस)। असम-मेघालय सीमा क्षेत्र के लंपी में सोमवार दोपहर अचानक गिरी आसमानी बिजली ने एक व्यक्ति की जान ले ली और तीन अन्य लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है।
मृतक की पहचान असम के कामरूप जिले के बोको क्षेत्र के गोहलकॉना निवासी 47 वर्षीय मोंगल राय के रूप में हुई है। चश्मदीदों के अनुसार, राय अपने घर के भीतर मौजूद थे, तभी बिजली गिरने से उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
इस हादसे में पास में मौजूद तीन अन्य लोग टिखोर बोरों, धनश्वर बोरों और परिमल बोरों भी झुलस गए। ये तीनों गोहलकॉना के निवासी हैं और दिहाड़ी मजदूरी के लिए लांपी गए थे। घटना के समय वे घर के पास मौजूद थे।
गंभीर रूप से घायल मजदूरों को स्थानीय लोगों की मदद से लगभग 35 किलोमीटर दूर बोको प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया। चिकित्सकों ने बताया कि शुरुआती हालत नाजुक होने के बावजूद अब उनकी स्थिति स्थिर है। उन्हें फिलहाल निगरानी में रखा गया है और ज़रूरत पड़ने पर बड़े अस्पताल में शिफ्ट किया जाएगा।
बोको के राजस्व और पुलिस अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर आवश्यक औपचारिकताएं पूरी कीं।
गोहलकॉना और आसपास के ग्रामीणों ने इस हादसे पर गहरा दुख जताया और मृतक मोंगल राय को मेहनती व्यक्ति बताते हुए कहा कि वे अपने परिवार के मुख्य कमाऊ सदस्य थे।
बता दें कि असम और मेघालय के पहाड़ी इलाकों में इस मानसून के दौरान बिजली गिरने की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण बार-बार लोगों को आंधी-तूफान के दौरान घरों में रहने और खुले मैदानों से दूर रहने की सलाह दे रहा है, लेकिन ग्रामीण क्षेत्रों में सुरक्षात्मक ढांचे की कमी के कारण लोग अब भी असुरक्षित हैं।
सरकारी अधिकारियों ने मृतक के परिवार को आपदा राहत नियमों के तहत मुआवजा देने की प्रक्रिया शुरू करने की जानकारी दी है।
स्थानीय संगठनों ने प्रशासन से मांग की है कि लंपी जैसे दुर्गम क्षेत्रों में चिकित्सा सुविधाओं को प्राथमिकता के आधार पर सुदृढ़ किया जाए, ताकि आपात स्थितियों में त्वरित मदद मिल सके।