क्या जुबीन गर्ग की मृत्यु की जांच में राजनीति का स्थान है? : हिमंता बिस्वा सरमा

सारांश
Key Takeaways
- जुबीन गर्ग की मृत्यु पर राजनीतिक संयम बरतने की आवश्यकता है।
- मुख्यमंत्री ने एसआईटी को निष्पक्ष जांच करने का निर्देश दिया है।
- राज्य सरकार ने सिंगापुर के अधिकारियों के साथ सहयोग का आश्वासन दिया है।
गुवाहाटी, 28 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने रविवार को सांस्कृतिक प्रतीक जुबीन गर्ग की असामयिक मृत्यु के संदर्भ में राजनीतिक संयम की अपील की। उन्होंने कहा कि इस मामले में कोई भी व्यक्ति या राजनीतिक दल व्यक्तिगत या राजनीतिक लाभ उठाने का प्रयास नहीं करें, जब राज्य अभी भी शोक में है।
मुख्यमंत्री ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि गर्ग के निधन से पूरा राज्य भावनात्मक रूप से प्रभावित हुआ है और इस मुद्दे को राजनीतिक रूप से भुनाने का प्रयास केवल जख्मों को और गहरा करेगा।
उन्होंने कहा, "जब असम के लोग भावनात्मक रूप से आहत हैं, तो राजनीति में शामिल होना उचित नहीं है। कुछ लोग किसी भी घटना का उपयोग अपने लिए 'लोकप्रियता' पाने के लिए नहीं कर सकते।"
यह टिप्पणी तब आई है जब 19 सितंबर को सिंगापुर में गर्ग का निधन हुआ, जिसके बाद राजनीतिक और सामाजिक हलकों से प्रतिक्रियाएं आई हैं।
गर्ग असम के सबसे प्रिय गायकों और अभिनेताओं में से एक थे, जो तीन दशकों से अधिक समय से लोगों के दिलों में बसे हुए थे।
मुख्यमंत्री सरमा ने इस सप्ताह की शुरुआत में गठित विशेष जांच दल (एसआईटी) को निष्पक्ष और पारदर्शी कार्य करने देने की अपील की।
उन्होंने कहा, "हमारी जिम्मेदारी है कि सच्चाई सामने आए। यदि कोई गड़बड़ी पाई जाती है, तो न्याय मिलेगा, लेकिन इसे राजनीतिक लाभ का मंच नहीं बनाना चाहिए।"
असम पुलिस की सीआईडी के विशेष पुलिस महानिदेशक एम.पी. गुप्ता की अध्यक्षता में एसआईटी को समयबद्ध जांच करने का कार्य सौंपा गया है।
राज्य सरकार ने गर्ग की मृत्यु की सही परिस्थितियों का पता लगाने के लिए सिंगापुर के अधिकारियों और उनके परिवार के साथ पूर्ण सहयोग का आश्वासन दिया है।