क्या वाराणसी के मंदिर में आरती के दौरान आग लगने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई?

सारांश
Key Takeaways
- आग लगने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हुई।
- सात लोग गंभीर रूप से झुलसे।
- घायलों का उपचार जारी है।
- स्थानीय लोगों ने आग बुझाने का प्रयास किया।
- यह घटना आरती के दौरान हुई थी।
वाराणसी, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उत्तर प्रदेश के वाराणसी में श्रावण पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित आरती के दौरान आत्म विश्वेश्वर महादेव मंदिर में आग लगने से भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। इस घटना में कम से कम सात लोग गंभीर रूप से झुलस गए। पुलिस ने रविवार को इसकी जानकारी दी।
यह दुर्घटना शनिवार शाम आरती के समय हुई। पुलिस के अनुसार, घायलों की स्थिति अब सुरक्षित है।
घायलों में दो-तीन बच्चे भी शामिल हैं, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल में भर्ती किया गया है। अधिकारियों ने पुष्टि की है कि सभी खतरे से बाहर हैं और उनका उपचार चल रहा है।
यह घटना रात लगभग 8 बजे सप्तऋषि आरती के दौरान हुई, जब मंदिर परिसर में सजावट के लिए प्रयुक्त रूई में अचानक आग लग गई। कुछ ही समय में आग तेजी से फैल गई।
उस समय मंदिर में पुजारी समेत 30 से अधिक लोग मौजूद थे। इसके बाद मची अफरा-तफरी में श्रद्धालु मंदिर से बाहर भागे, लेकिन इस दौरान कई लोग झुलस गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया, "हर साल सावन की पूर्णिमा पर आत्म विश्वेश्वर महादेव मंदिर को विशेष रूप से सजाया जाता है और पूजा-अर्चना की जाती है। इस साल अमरनाथ मंदिर के प्रतीक के रूप में इसे रूई से सजाया गया था। आरती के दौरान रूई में आग लग गई और यह तेजी से फैल गई।"
उन्होंने कहा, "जब आग लगी, तब लगभग 30 श्रद्धालु वहां उपस्थित थे। उन्हें आनन-फानन में बाहर निकाला गया, और कई लोग झुलस गए।"
मंदिर से उठती आग की लपटें देखकर आसपास के लोग मदद के लिए दौड़े और घायलों को उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया।
सूचना मिलने पर चौक थाने के पुलिसकर्मी और दमकल विभाग की एक बाइक पर सवार दमकल गाड़ी मौके पर पहुंची।
पुलिस ने बताया कि स्थानीय निवासियों ने जलती हुई रूई पर पानी डालकर आग को बुझाने का प्रयास किया।
रात 9:40 बजे तक, मंडलीय अस्पताल में झुलसे लोगों का प्राथमिक उपचार किया जा रहा था। घायल श्रद्धालुओं का उपचार वर्तमान में वाराणसी के कबीर चौराहा मंडलीय अस्पताल में चल रहा है।