क्या भारतीय स्टार्टअप्स की फंडिंग इस हफ्ते 57 प्रतिशत बढ़ गई?

सारांश
Key Takeaways
- 57 प्रतिशत की वृद्धि के साथ 205.31 मिलियन डॉलर की फंडिंग हुई।
- कुल 30 डील्स संपन्न हुईं।
- ग्रोथ-स्टेज स्टार्टअप्स ने फंडिंग का 68 प्रतिशत जुटाया।
- बेंगलुरु ने 11 डील्स के साथ शीर्ष स्थान प्राप्त किया।
- वैश्विक वेंचर कैपिटल निवेश 101.05 अरब डॉलर रह गया।
नई दिल्ली, 10 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। भारतीय स्टार्टअप इकोसिस्टम में इस हफ्ते काफी हलचल देखी गई है, जिसके परिणामस्वरूप घरेलू स्टार्टअप्स की फंडिंग साप्ताहिक आधार पर 57 प्रतिशत बढ़कर 205.31 मिलियन डॉलर हो गई है। इस दौरान करीब 30 डील्स संपन्न हुई हैं। पिछले सप्ताह यह आंकड़ा 130.49 मिलियन डॉलर पर था।
फंडिंग में आई इस वृद्धि से स्पष्ट होता है कि निवेशकों का देश के घरेलू स्टार्टअप इकोसिस्टम पर विश्वास बढ़ रहा है।
रिपोर्टों के अनुसार, इन 30 फंडिंग डील्स में से 6 ग्रोथ-स्टेज, 22 अर्ली-स्टेज और 2 डील की राशि का खुलासा नहीं किया गया है।
4-9 अगस्त के बीच हुई डील्स में ग्रोथ-स्टेज के स्टार्टअप्स ने 139.28 मिलियन डॉलर जुटाए हैं, जो कि कुल फंडिंग का 68 प्रतिशत था। सबसे बड़ी डील द स्लीप कंपनी द्वारा की गई, जिसने सीरीज सी राउंड के तहत 56 मिलियन डॉलर जुटाए। इसके अलावा, रेनी कॉस्मेटिक्स ने 30 मिलियन डॉलर, फाइब ने 26.5 मिलियन डॉलर, सुपरगेमिंग ने 15 मिलियन डॉलर और जाइप ने 6.3 मिलियन डॉलर जुटाए हैं।
वहीं, स्टार्टअप्स ने अर्ली-स्टेज में कुल 66 मिलियन डॉलर की फंडिंग जुटाई है। इसमें जेह एयरोस्पेस ने 11 मिलियन डॉलर, डीपीडीजीरो ने 7 मिलियन डॉलर, टर्बोहायर ने 6 मिलियन डॉलर और मिटिगाटा ने 5.9 मिलियन डॉलर का फंड जुटाया है।
इस हफ्ते ई-कॉमर्स में छह और फिनटेक में चार फंडिंग डील्स हुई हैं। इसके बाद गेमिंग, एआई और एचआर-टेक का स्थान रहा।
बेंगलुरु 11 स्टार्टअप डील्स के साथ शीर्ष पर रहा और 4 डील्स के साथ मुंबई दूसरे स्थान पर था। इसके बाद हैदराबाद, दिल्ली एनसीआर, पुणे और सूरत का स्थान था।
भारत में वेंचर कैपिटल (वीसी) निवेश 2025 की दूसरी तिमाही में 355 डील्स के जरिए 3.5 अरब डॉलर तक पहुंच गया, जबकि पिछली तिमाही में यह 456 डील्स के साथ 2.8 अरब डॉलर था। इस बीच, वैश्विक वेंचर कैपिटल निवेश 2025 की पहली तिमाही के 128.4 अरब डॉलर से घटकर इस तिमाही में 101.05 अरब डॉलर रह गया है।