क्या तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली में भगदड़ के कारण 23 लोगों की मौत हुई?

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क्या तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली में भगदड़ के कारण 23 लोगों की मौत हुई?

सारांश

तमिलनाडु के करूर में विजय की रैली के दौरान भीड़ में भगदड़ मच गई, जिससे 23 लोगों की जान चली गई। इस घटना में बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं। रैली में अचानक बिजली गुल होने से स्थिति और बिगड़ गई।

Key Takeaways

  • 23 लोगों की मौत हुई।
  • घटना में बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।
  • बिजली गुल होने से अफरा-तफरी मची।
  • सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन पर सवाल उठे।
  • मुख्यमंत्री ने आपातकालीन प्रतिक्रिया के आदेश दिए।

चेन्नई, 27 सितंबर (राष्ट्र प्रेस) तमिलनाडु के करूर में शनिवार को एक चुनावी रैली के दौरान अचानक अफरा-तफरी मच गई, जिसमें कम से कम 23 लोगों की मृत्यु हो गई और कई लोग घायल हो गए। इनमें बच्चे और बुजुर्ग भी शामिल हैं।

सूत्रों के अनुसार, कई लोगों की स्थिति गंभीर बनी हुई है, जबकि आपातकालीन टीमें और वरिष्ठ राज्य अधिकारी घटनास्थल पर पहुंच गए हैं।

यह रैली तमिलनाडु वेत्री कझगम (टीवीके) के नेता और अभिनेता विजय द्वारा वेलुसामीपुरम में शाम लगभग 7:20 बजे आयोजित की गई थी।

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि अचानक बिजली चली गई, जिससे कार्यक्रम स्थल पर अफरा-तफरी मच गई। विजय का भाषण सुनने के लिए इकट्ठा हुए हजारों लोग भीड़ में फंस गए।

घटना से पहले, विजय ने अवैध रेत खनन, खनिज चोरी और करूर को प्रभावित करने वाले अन्य नागरिक मुद्दों पर चर्चा की।

उन्होंने डीएमके सरकार की आलोचना की और अगले छह महीनों में सत्ता परिवर्तन की भविष्यवाणी की, लेकिन जैसे ही बिजली चली गई, भीड़ बेकाबू हो गई और भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। अधिकारियों के अनुसार, खराब वेंटिलेशन और भीड़भाड़ ने स्थिति को और बिगाड़ दिया।

माता-पिता और स्वयंसेवक बेहोश बच्चों को कार्यक्रम स्थल से बाहर ले जाते देखे गए, जबकि अन्य लोग एम्बुलेंस और पुलिस वाहनों के लिए जगह बनाने की कोशिश कर रहे थे।

करूर के पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर स्थिति को स्थिर किया और आपातकालीन सेवाओं के लिए रास्ते खोले।

कम से कम 23 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि छह बच्चों सहित 30 से ज्यादा लोगों को करूर सरकारी मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

डॉक्टरों ने कहा कि तीन बच्चे अभी भी गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में हैं और कई अन्य गंभीर रूप से घायल हैं। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्थिति की निगरानी करते हुए तत्काल आपातकालीन प्रतिक्रिया के आदेश दिए हैं।

उनके निर्देशों पर मंत्री अंबिल महेश पोय्यामोझी और मा सुब्रमण्यम बचाव, चिकित्सा देखभाल और भीड़ नियंत्रण उपायों की निगरानी के लिए करूर पहुंचे हैं।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून-व्यवस्था) डेविडसन देवसिरवथम ने भी पुलिस की सहायता और सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए करूर जिले का दौरा किया।

बाद में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गई और भीड़ तितर-बितर हो गई, लेकिन ऐसे उच्च-प्रोफाइल राजनीतिक आयोजनों में सुरक्षा और भीड़ प्रबंधन पर सवाल उठ रहे हैं। टीवीके ने इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।

Point of View

बल्कि पूरे देश के लिए एक चेतावनी है। भीड़ प्रबंधन और सुरक्षा उपायों की कमी से ऐसे हादसे हो सकते हैं। हमें आशा है कि इस घटना से सबक लिया जाएगा और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
NationPress
27/09/2025

Frequently Asked Questions

करूर में यह घटना कब हुई?
यह घटना 27 सितंबर को हुई।
इस घटना में कितने लोग प्रभावित हुए?
इसमें कम से कम 23 लोगों की मौत हुई और कई लोग घायल हुए।
क्या विजय ने इस घटना पर कोई बयान दिया है?
टीवीके ने अभी तक इस घटना पर कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
क्या राज्य सरकार ने इस पर कोई कदम उठाया है?
मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने स्थिति की निगरानी करने के लिए आपातकालीन प्रतिक्रिया के आदेश दिए हैं।
क्या बच्चे भी इस घटना में शामिल थे?
हाँ, इस घटना में 6 बच्चों सहित कई लोग घायल हुए हैं।