क्या पश्चिम बंगाल के संदेशखाली के गवाह के बेटे की दुर्घटना में मौत मामले में तीसरी गिरफ्तारी हुई?
सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल में कानून व्यवस्था पर सवाल उठते हैं।
- तीसरी गिरफ्तारी से इस मामले की जटिलता बढ़ी है।
- भोला घोष ने अपने बेटे के साथ हुए हमले को लेकर गंभीर आरोप लगाए हैं।
- पुलिस की जांच प्रक्रिया पर सवाल उठ रहे हैं।
- स्थानीय नेता की भूमिका की भी जांच की जा रही है।
कोलकाता, 14 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। पश्चिम बंगाल के उत्तरी 24 परगना जिले के संदेशखाली के गवाह के बेटे की दुर्घटना में हुई मौत के मामले में पुलिस ने तीसरी गिरफ्तारी की है।
संदेशखाली के निलंबित तृणमूल कांग्रेस नेता शेख शाहजहाँ के खिलाफ आपराधिक मामले में प्रमुख गवाह भोला घोष के छोटे बेटे सत्यजीत घोष की रहस्यमय मौत के सिलसिले में पुलिस ने रविवार शाम एक अन्य व्यक्ति को गिरफ्तार किया।
गिरफ्तार आरोपी की पहचान गुलाम हुसैन मोल्लाह के रूप में हुई है। आरोपी उस ट्रक का क्लीनर था, जिसने कथित तौर पर उस वाहन को टक्कर मारी थी, जिसमें भोला घोष और उनका बेटा पिछले सप्ताह यात्रा कर रहे थे। दोनों जिला अदालत जा रहे थे, जहां भोला घोष को शाहजहाँ के खिलाफ अपना बयान दर्ज कराना था।
हालांकि, पुलिस अधिकारियों ने कहा कि वे अभी तक यह पक्के तौर पर साबित नहीं कर पाए हैं कि जिस समय ट्रक ने गवाह और उसके बेटे को ले जा रही गाड़ी को टक्कर मारी, उस समय गुलाम हुसैन ट्रक के अंदर मौजूद था या नहीं।
इस मामले में अब तक यह तीसरी गिरफ्तारी है। शनिवार को पुलिस ने इस घटना के सिलसिले में दो अन्य व्यक्तियों उत्तम सरदार उर्फ सुशांत (संदेशखाली का तृणमूल कांग्रेस कार्यकर्ता और शेख शाहजहाँ का पूर्व करीबी विश्वासपात्र) और रुहुल कुदुस शेख को गिरफ्तार किया था।
गौरतलब है कि अब तक गिरफ्तार किए गए तीनों व्यक्तियों में से किसी का भी नाम उन आठ व्यक्तियों में शामिल नहीं है, जिनका नाम भोला घोष द्वारा इस सप्ताह की शुरुआत में नजात पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई लिखित शिकायत में है।
अपनी शिकायत में भोला घोष ने आरोप लगाया कि आठ व्यक्तियों ने मिलकर सड़क दुर्घटना को अंजाम देने की साजिश रची थी। उन्होंने दावा किया कि शाहजहाँ के खिलाफ एक प्रमुख गवाह होने के कारण उन्हें निशाना बनाया गया था।
शाहजहाँ को स्थानीय स्तर पर संदेशखाली का आतंक कहा जाता है। शिकायत में उल्लिखित पहले दो नाम शेख शाहजहाँ और उनकी पत्नी तस्लीमा बीबी के हैं।
रविवार शाम को गुलाम हुसैन मोल्लाह की गिरफ्तारी के बाद भोला घोष ने जांच की दिशा पर संदेह व्यक्त करते हुए कहा कि वह यह समझने की कोशिश कर रहे हैं कि राज्य पुलिस इस मामले में "किस तरह का खेल" खेल रही है। भोला घोष ने बार-बार दावा किया है कि हमला उनके बेटे को नहीं बल्कि उन्हें निशाना बनाकर किया गया था।