क्या तेलंगाना में पेड़ के नीचे घायल आदिवासी महिला ने गैंगरेप का शिकार होकर अस्पताल में दम तोड़ दिया?

सारांश
Key Takeaways
- महिला की हत्या ने समाज में महिलाओं की सुरक्षा पर सवाल उठाया है।
- पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।
- इस घटना से जुड़ी सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
- समाज में जागरूकता बढ़ाने के लिए विरोध प्रदर्शन महत्वपूर्ण हैं।
- महिलाओं के खिलाफ हिंसा को रोकने के लिए ठोस कदम उठाने की आवश्यकता है।
हैदराबाद, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना के मेडक जिले में एक 33 वर्षीय आदिवासी महिला ने, जिसे कथित रूप से गैंगरेप का शिकार बनाया गया था, इलाज के दौरान दम तोड़ दिया। जिला पुलिस ने इस मामले की पुष्टि की।
महिला, जो दिहाड़ी मजदूर थी, शुक्रवार को काम के लिए घर से निकली थी। शनिवार की सुबह, वह कुलचरम मंडल में एक पेड़ के नीचे गंभीर रूप से घायल अवस्था में मिली। उसके सिर पर गंभीर चोटें थीं और वह बेहोशी की हालत में थी। स्थानीय निवासियों ने उसकी स्थिति को देखकर पुलिस को सूचित किया।
उसे पहले एक स्थानीय अस्पताल में ले जाया गया और फिर हैदराबाद के एक अन्य अस्पताल में भेजा गया, लेकिन शनिवार की रात में उसकी मौत हो गई। वह पांच बच्चों की मां थी।
पुलिस को संदेह है कि महिला के साथ सामूहिक बलात्कार की घटना हुई थी। यौन उत्पीड़न के बाद, हमलावरों ने उस पर एक पत्थर से हमला किया।
महिला के पति की शिकायत पर, पुलिस ने बलात्कार और हत्या का मामला दर्ज कर लिया है और जांच शुरू कर दी है।
पुलिस ने पीड़िता के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है और घटनास्थल पर लगे सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है।
प्रारंभिक जांच से यह भी पता चला है कि शुक्रवार को मेडक शहर से महिला को काम पर ले जाने के बजाय एक सुनसान स्थान पर ले जाकर उसका बलात्कार किया गया।
आपको ज्ञात हो कि अगस्त 2024 में एक आदिवासी महिला के साथ बलात्कार की कोशिश के खिलाफ भी जबरदस्त विरोध प्रदर्शन हुआ था, जिसमें समाज में व्यापक रोष फैल गया था।