क्या पश्चिम बंगाल में एसआईआर लागू होने से घुसपैठिए बाहर होंगे? - राहुल सिन्हा

सारांश
Key Takeaways
- पश्चिम बंगाल में एसआईआर लागू होने की तैयारी है।
- फर्जी मतदाता और घुसपैठियों के नाम हटाए जाएंगे।
- महिलाओं की सुरक्षा को लेकर सरकार पर सवाल उठाए गए हैं।
- भाजपा नेताओं पर हमले को लेकर ममता बनर्जी की नीतियों पर सवाल हैं।
- उत्तर बंगाल में मुख्यमंत्री की स्थिति को लेकर राजनीतिक हलचल जारी है।
कोलकाता, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। भाजपा नेता राहुल सिन्हा ने कहा कि पश्चिम बंगाल में एसआईआर से संबंधित सभी प्रक्रियाएँ पूर्ण हो चुकी हैं। उनका दावा है कि चुनाव आयोग कभी भी इसकी आधिकारिक घोषणा कर सकता है।
राष्ट्र प्रेस से बातचीत में भाजपा नेता ने आगे कहा कि पश्चिम बंगाल में एसआईआर लागू होगा। बंगाल की मतदाता सूची में मौजूद घुसपैठियों और फर्जी मतदाताओं के नाम हटा दिए जाएंगे। पहले चरण का शुद्धिकरण जल्द ही पूरा होगा और बंगाल की जनता इस प्रक्रिया का बेसब्री से इंतज़ार कर रही है।
दुर्गापुर बलात्कार कांड पर भाजपा नेता ने ममता सरकार पर तीखा प्रहार करते हुए कहा कि यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। पश्चिम बंगाल में महिला मुख्यमंत्री होने के बावजूद महिलाएँ सबसे अधिक असुरक्षित हैं और उनका अपमान हो रहा है। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी अपराधियों का समर्थन कर रही हैं और उनकी रक्षा करने का प्रयास कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि इस कारण से अपराधियों की गिरफ्तारी नहीं हो पा रही है और अगर होती भी है, तो उन्हें आसानी से जमानत मिल जाती है। सख्त नीतियों के अभाव में उनकी हिम्मत बढ़ रही है।
भाजपा नेता ने कोलकाता में प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी पर टिप्पणी करते हुए कहा कि 45 लाख रुपए बरामद हुए हैं, लेकिन जब्त किए गए दस्तावेज़ों से और बड़े हेरफेर का खुलासा होगा। हमें उम्मीद है कि आगे और सचाई सामने आएगी।
मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के उत्तर बंगाल दौरे पर तंज कसते हुए भाजपा नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री को पता है कि उत्तर बंगाल उनके हाथ से निकल चुका है। इसे पुनः हासिल करने के प्रयास में वे वहाँ जा रही हैं। बाढ़ की स्थिति बहाना है; वे उत्तर बंगाल में पैर जमाने की कोशिश कर रही हैं।
सिन्हा ने कहा कि भाजपा के विधायकों और सांसदों पर हमले हुए हैं, लेकिन ममता बनर्जी ने हमलावरों का समर्थन किया। जनता ने यह सब देखा है और वे उनके दिलों से उतर चुकी हैं।