क्या तमिलनाडु के छह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है, मछुआरों को समुद्र तट पर न जाने की चेतावनी?

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क्या तमिलनाडु के छह जिलों में भारी बारिश का अलर्ट है, मछुआरों को समुद्र तट पर न जाने की चेतावनी?

सारांश

तमिलनाडु के छह जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव प्रणाली के कारण मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है। क्या आप जानते हैं कि इसके प्रभाव से क्या हो सकता है?

Key Takeaways

  • तमिलनाडु में आगामी भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है।
  • मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है।
  • तेज हवाओं के कारण तटीय क्षेत्रों में खतरा बढ़ सकता है।
  • जलभराव की स्थिति को रोकने के लिए प्रशासन तैयार है।
  • मौसम विभाग ने नियमित अपडेट देने का आश्वासन दिया है।

चेन्नई, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण तमिलनाडु के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है। चेन्नई स्थित क्षेत्रीय मौसम विज्ञान केंद्र (आरएमसी) ने रविवार को राज्य के छह जिलों के लिए भारी वर्षा का पूर्वानुमान जारी किया है और मछुआरों को समुद्र तट पर न जाने के लिए सख्त चेतावनी दी है।

मौसम विभाग के अनुसार, मध्य और पूर्वी बंगाल की खाड़ी में निम्न दबाव सक्रिय है, जिसके कारण तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों में तेज हवाएं और लगातार बारिश हो रही हैं।

चेन्नई, चेंगलपट्टू, तिरुवल्लुर, कांचीपुरम, रानीपेट और विलुपुरम जिलों में रविवार को भारी वर्षा की संभावना है। इसके साथ ही, पुडुचेरी में भी जोरदार बारिश का पूर्वानुमान है।

मौसम विभाग ने बताया कि सोमवार को बारिश का प्रभाव और भी बढ़ सकता है। विशेषकर तिरुवल्लुर, चेन्नई और रानीपेट जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना जताई गई है। इसके अलावा, चेंगलपट्टू, कांचीपुरम, वेल्लोर, विलुपुरम और पुडुचेरी में भी तेज बारिश और आंधी चलने की संभावना है।

मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, यह निम्न दबाव प्रणाली बंगाल की खाड़ी के केंद्रीय और उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में बनी एक बड़ी परिसंचरण प्रणाली का हिस्सा है, जो अगले 24 घंटों में और अधिक मजबूत हो सकती है। यह प्रणाली उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ेगी, जिससे तमिलनाडु के उत्तरी तटीय जिलों और पुडुचेरी में मध्यम से भारी वर्षा हो सकती है।

विभाग ने तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों और मछुआरों को विशेष सतर्कता बरतने की सलाह दी है। बंगाल की खाड़ी के दक्षिण-पश्चिम, दक्षिण-पूर्व और मध्य हिस्सों में हवा की रफ्तार 80 किमी प्रति घंटे तक पहुंच सकती है, जबकि उत्तर-पश्चिमी हिस्सों में यह 100 किमी प्रति घंटे तक तेज हो सकती है।

समुद्र में लहरें ऊंची उठने की संभावना है। तटीय जिलों के आपदा प्रबंधन दलों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। प्रशासन ने निचले इलाकों में जलभराव की स्थिति से निपटने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।

उत्तर-पूर्व मानसून 16 अक्टूबर से सक्रिय है और पिछले एक हफ्ते में तमिलनाडु के कई हिस्सों में सामान्य से अधिक वर्षा दर्ज की गई है। मौसम विभाग ने कहा है कि सिस्टम के आगे बढ़ने के साथ अपडेट जारी किए जाएंगे और लोगों से अपील की गई है कि वे मौसम चेतावनियों को गंभीरता से लें।

Point of View

यह स्पष्ट है कि मौसम की स्थिति हमेशा हमारे जीवन को प्रभावित करती है। हमें मौसम विभाग की सलाह को गंभीरता से लेना चाहिए और अपने आस-पास के लोगों को भी जागरूक करना चाहिए।
NationPress
26/10/2025

Frequently Asked Questions

तमिलनाडु में बारिश का कारण क्या है?
बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के कारण भारी बारिश हो रही है।
मछुआरों को किन कारणों से समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है?
तेज हवाओं और ऊँची लहरों की संभावना के कारण मछुआरों को समुद्र में नहीं जाने की सलाह दी गई है।
भारी बारिश का क्या प्रभाव हो सकता है?
महत्वपूर्ण क्षेत्रों में जलभराव, बाढ़ और अन्य प्राकृतिक आपदाओं का जोखिम बढ़ सकता है।