क्या जुबीन गार्ग के मैनेजर ने उनके गीतों के स्वामित्व को लेकर स्पष्टीकरण दिया?

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क्या जुबीन गार्ग के मैनेजर ने उनके गीतों के स्वामित्व को लेकर स्पष्टीकरण दिया?

सारांश

गायक जुबीन गर्ग की संपत्ति और उनके गीतों के स्वामित्व पर चल रही अटकलों के बीच, उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा ने कई महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। उन्होंने बताया कि जुबीन के गाने किस प्रकार विभिन्न प्रोडक्शन हाउस के अंतर्गत हैं और उनकी पत्नी को मिलने वाली कानूनी रॉयल्टी के बारे में भी जानकारी दी।

Key Takeaways

  • जुबीन गर्ग के गाने विभिन्न प्रोडक्शन हाउस के अंतर्गत हैं।
  • गायक के मैनेजर ने वित्तीय मामलों पर स्पष्टीकरण दिया।
  • जुबीन की पत्नी को रॉयल्टी मिलने की संभावना है।
  • गलत जानकारी से बचने की अपील की गई है।
  • जांच में सहयोग कर रहे हैं सिद्धार्थ शर्मा।

गुवाहाटी, 26 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। प्रसिद्ध गायक जुबीन गर्ग की वित्तीय स्थिति को लेकर चल रही अटकलों के बीच उनके मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा ने शुक्रवार को एक बयान जारी कर गायक की संगीत रचनाओं के स्वामित्व और उनकी रचनात्मक आय के बारे में जानकारी दी।

खुली चिट्ठी में मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा ने बताया कि आम धारणा के विपरीत, गर्ग के 38,000 रिकॉर्डेड गानों में से अधिकांश गाने विभिन्न प्रोडक्शन हाउस और म्यूजिक कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट के तहत उनके अधिकार में हैं।

उन्होंने कहा कि इन गानों के लिए गायक को केवल एक बार रिकॉर्डिंग फीस दी गई थी, जिसमें उनके सबसे हिट गाने भी शामिल हैं।

शर्मा ने लिखा, "ज़ुबीन दा के लगभग सभी गाने, यहां तक कि सबसे हिट गाने भी, मेरे उनके जीवन में आने से पहले के हैं। वह अक्सर शिकायत करते थे कि उन्हें कम पैसे दिए गए, जबकि प्रोड्यूसर और लेबल करोड़ों कमाते थे। इसकी पुष्टि उन कंपनियों से सीधे की जा सकती है।"

गलतफहमियों को समाप्त करने के उद्देश्य से, शर्मा ने बताया कि 2021 में गायक ने अपने कुछ गानों पर अधिकार स्थापित करने के लिए जुबीन गर्ग म्यूजिक एलएलपी की स्थापना की, जो एकमात्र कंपनी थी जिसमें उन्होंने भागीदारी की थी।

इस कंपनी ने लगभग 10 लाख रुपए के कुल निवेश के साथ करीब 20 गाने रिलीज किए, जिसमें से गायक ने खुद 6 लाख रुपए का योगदान दिया।

शर्मा ने आगे बताया, "एलएलपी ने अब तक हर महीने केवल कुछ हजार रुपये कमाए हैं। पूरी राशि कंपनी के खाते में है, कोई भी राशि नहीं निकाली गई है। जुबीन दा की कंपनी में 60 प्रतिशत हिस्सेदारी थी, और मैं यह सुनिश्चित करना अपना कर्तव्य मानता हूं कि उनकी पत्नी को यह हिस्सा कानूनी रूप से मिले।"

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इंडियन परफॉर्मिंग राइट सोसाइटी (आईपीआरएस) द्वारा गायक के काम के लिए मिलने वाली रॉयल्टी हमेशा सीधे गायक के व्यक्तिगत खाते में जाती थी, और अब कानूनी रूप से यह उनकी पत्नी गरिमा गर्ग को मिलनी चाहिए।

गायक के मैनेजर ने जुबीन के भरोसे या पैसों का गलत इस्तेमाल करने के आरोपों से भी इनकार किया।

शर्मा ने कहा, "ये अफवाहें बेबुनियाद और बहुत दुखद हैं। मैंने उनकी मौत की जांच कर रही स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (एसआईटी) के साथ सहयोग किया है और आगे भी करता रहूंगा।"

उन्होंने जुबीन के प्रशंसकों और जनता से अपील की कि वे गलत जानकारी से गुमराह न हों।

उन्होंने कहा, "यह एक इंसान से दूसरे इंसान की अपील है। जांच बिना किसी डर या भेदभाव के हो। जुबीन दा की याद में हमें सच्चाई को सम्मान के साथ सामने लाना चाहिए।"

पिछले हफ्ते सिंगापुर में उनकी अचानक मौत के बाद सिंगर की संपत्ति को लेकर हो रही अटकलों के बीच यह स्पष्टीकरण दिया गया है।

Point of View

यह महत्वपूर्ण है कि हम किसी भी कलाकार की स्थिति का सही और निष्पक्ष विश्लेषण करें। जुबीन गर्ग की वित्तीय मामलों को लेकर उठे सवालों का जवाब देना न केवल उनके प्रशंसकों के लिए बल्कि उनके परिवार के लिए भी आवश्यक है। सही जानकारी के साथ, हम इस मुद्दे पर एक स्पष्ट दृष्टिकोण रख सकते हैं।
NationPress
26/09/2025

Frequently Asked Questions

जुबीन गर्ग के गाने किसके स्वामित्व में हैं?
जुबीन गर्ग के अधिकांश गाने विभिन्न प्रोडक्शन हाउस और म्यूजिक कंपनियों के कॉन्ट्रैक्ट के तहत हैं।
क्या जुबीन गर्ग की पत्नी को रॉयल्टी मिलेगी?
हां, कानूनी रूप से जुबीन गर्ग की रॉयल्टी उनकी पत्नी गरिमा गर्ग को मिलने चाहिए।
क्या जुबीन गर्ग के मैनेजर ने कोई गलत काम किया था?
जुबीन गर्ग के मैनेजर सिद्धार्थ शर्मा ने सभी आरोपों से इनकार किया है।