क्या हुला हूपिंग से आप भी तन-मन को तंदुरुस्त रख सकते हैं?

सारांश
Key Takeaways
- हुला हूपिंग से कोर मांसपेशियों की मजबूती होती है।
- यह कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का मिश्रण है।
- बच्चे और वयस्क दोनों कर सकते हैं।
- खुले स्थान पर करना चाहिए।
- आरामदायक कपड़े पहनें।
मुंबई, 30 जून (राष्ट्र प्रेस)। क्या आप फिट रहने का मज़ेदार तरीका खोज रहे हैं? तो हुला हूपिंग आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प है! यह प्लास्टिक रिंग वाला व्यायाम न केवल कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है, बल्कि मनोरंजन का भी भरपूर अनुभव प्रदान करता है। इसे करना न केवल आसान है, बल्कि यह खुशी का एक मजेदार साधन भी है।
जर्नल ऑफ स्ट्रेंथ एंड कंडीशनिंग रिसर्च (2021) में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, 6 सप्ताह तक हुला हूपिंग करने वालों की कमर की परिधि में उल्लेखनीय कमी आई और कोर की ताकत में वृद्धि हुई, जो चलने से भी अधिक प्रभावी साबित हुई।
अब सवाल उठता है कि इस सरल से दिखने वाले मनोरंजन से भरपूर हुला हूपिंग को कैसे करें? इस प्रश्न का उत्तर सेलिब्रिटी न्यूट्रिशनिस्ट पूजा मखीजा देती हैं। उन्होंने बताया, "यह एक साधारण व्यायाम है, जिसमें एक प्लास्टिक रिंग को कमर, कूल्हों या शरीर के अन्य हिस्सों के चारों ओर घुमाया जाता है। इसे शुरू करने के लिए एक हल्का या भारी हुला हूप लें। अपने पैरों को कंधे की चौड़ाई पर रखें, रिंग को कमर पर टिकाएं और इसे घुमाने के लिए कूल्हों को गोलाकार गति में हिलाएं। एक्सपर्ट बताते हैं कि शुरुआत में इसे 5 से 10 मिनट तक ही करना चाहिए और धीरे-धीरे समय बढ़ाना चाहिए।"
एक्सपर्ट बताते हैं कि हुला हूप की सबसे खास बात यह है कि इसे जिम के अलावा, घर पर भी आसानी से किया जा सकता है।
इसके लाभ बहुत हैं। एक्सपर्ट के अनुसार, हुला हूपिंग एक फुल-बॉडी वर्कआउट है, जो कोर मांसपेशियों को मजबूत करता है और कमर को टोन करता है। यह कार्डियो और स्ट्रेंथ ट्रेनिंग का बेहतरीन मिश्रण है। नियमित अभ्यास से पेट की चर्बी कम होती है, लचीलापन बढ़ता है और तनाव भी घटता है। यह व्यायाम मस्ती के साथ कैलोरी बर्न करता है, जिससे फिटनेस का लक्ष्य बोरिंग नहीं लगता। बच्चे से लेकर बड़े तक, सभी इसे आसानी से आजमा सकते हैं।
हालांकि, हुला हूप करते समय कुछ सावधानियाँ बरतनी जरूरी हैं। इसे शुरू करने से पहले सही आकार का हूप चुनें; बड़ा हूप शुरुआती लोगों के लिए आसान होता है। यदि पीठ में दर्द या कोई चोट है, तो डॉक्टर से सलाह लेना आवश्यक है। शुरुआत में ज्यादा जोर नहीं लगाना चाहिए और धीरे-धीरे गति बढ़ानी चाहिए। अभ्यास करने से पहले ध्यान रखना चाहिए कि जगह खुली और बड़ी हो, ताकि रिंग किसी चीज से टकराए न। हल्के कपड़े और आरामदायक जूते पहनें।