क्या केंद्रीय मंत्री किशन रेड्डी ने 'गौ ज्ञान पुरस्कार' समारोह में गौ रक्षा की आवश्यकता बताई?
सारांश
Key Takeaways
- गायों का संरक्षण एक सामूहिक जिम्मेदारी है।
- गायें हमारे स्वास्थ्य के लिए आवश्यक हैं।
- गौ घी का उपयोग स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
- गायों की दुर्दशा पर चिंता जताई गई।
- सरकारें गौ रक्षा को प्रोत्साहित कर रही हैं।
हैदराबाद, 26 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी. किशन रेड्डी ने रविवार को कृष्णा म्यूजियम इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट (केएमआईटी) में एक पुरस्कार समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में भाग लिया। इस समारोह में गौ रक्षा और संरक्षण पर केंद्रित पुरस्कारों का वितरण किया गया, जिसमें रेड्डी ने गायों के प्रति अपनी गहरी श्रद्धा व्यक्त करते हुए वेदों का संदर्भ देकर उन्हें ‘ब्रह्मांड की माता’ बताया।
इस कार्यक्रम का आयोजन गोसेवा तेलंगाना विभाग के तत्वावधान में हुआ। रेड्डी ने कहा, "चूंकि मैं ग्रामीण परिवेश में पला-बढ़ा हूं, इसलिए गौ माता के प्रति मेरे मन में एक विशेष सम्मान है। चरागाहों में स्वतंत्र रूप से विचरण करती गायों का दृश्य केवल वही समझ सकता है जो इसे अनुभव करता है।"
उन्होंने वेदों का उल्लेख करते हुए कहा, "‘गौ विश्वस्य मातरः’ का अर्थ है कि गाय ब्रह्मांड की माता हैं। हमें इस कहावत को साकार करना चाहिए। गाय न केवल दूध देती हैं, बल्कि उनकी सांसें भी मनुष्य की आधी स्वास्थ्य समस्याओं का समाधान करती हैं।" रेड्डी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का उदाहरण दिया, जिन्होंने कहा है कि वे घर पर गायें पालते हैं और तनाव को दूर करने के लिए उनके साथ समय बिताते हैं।
मंत्री ने गायों की वर्तमान स्थिति पर चिंता जताते हुए कहा, "कृषि योग्य भूमि और चरागाहों की कमी के कारण गायों की स्वतंत्रता छिन गई है। अब वे संकीर्ण स्थानों में बंधी रहती हैं, जो उनके अधिकारों का उल्लंघन है।"
रेड्डी ने गौ रक्षा को संपूर्ण समाज की जिम्मेदारी बताते हुए कहा कि गौ उत्पाद जैसे घी के महत्व से लोग अनजान हैं। उन्होंने स्वयं गौ घी के उपयोग का उल्लेख किया और बताया कि सऊदी अरब जैसे देश भी गौ अपशिष्ट से मिट्टी की उर्वरता बढ़ा रहे हैं।
समारोह में उन्होंने गौ सेवा विभाग की सराहना की और कहा, "यह कार्यक्रम आने वाली पीढ़ियों के लिए गौ रक्षा का संदेश देगा। कई राज्य गौ रक्षा को सब्सिडी दे रहे हैं। गौ माता के प्रति नफरत या किसी धर्म से जोड़ना अनुचित है। शहरों में सड़कों पर प्लास्टिक खाने से गायें मर रही हैं, इसे रोकना अत्यंत आवश्यक है।"
उन्होंने गायों की बढ़ती संख्या पर खुशी व्यक्त की और अपील की कि सभी उनकी रक्षा करें।