क्या हैदराबाद में मकर संक्रांति पर पतंग, हॉट एयर बैलून और ड्रोन महोत्सव का आयोजन होगा?
सारांश
Key Takeaways
- मकर संक्रांति पर हैदराबाद में भव्य महोत्सव का आयोजन।
- अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव में देश-विदेश के पतंगबाज शामिल होंगे।
- हॉट एयर बैलून और ड्रोन महोत्सव का अद्वितीय अनुभव।
हैदराबाद, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। तेलंगाना पर्यटन विभाग ने मकर संक्रांति के अवसर पर हैदराबाद में एक विशेष आयोजन की योजना बनाई है, जिसमें अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव, हॉट एयर बैलून महोत्सव और ड्रोन महोत्सव शामिल हैं। ये सभी त्रिवेणी कार्यक्रम जनवरी महीने में आयोजित किए जाएंगे।
पर्यटन विभाग के अनुसार, अंतरराष्ट्रीय पतंग महोत्सव 13 से 15 जनवरी तक परेड ग्राउंड्स में संपन्न होगा, जिसमें देश-विदेश के प्रसिद्ध पतंगबाज अपनी प्रतिभा का प्रदर्शन करेंगे। इस महोत्सव के माध्यम से हैदराबाद की सांस्कृतिक विविधता और उत्सवधर्मी परंपराओं को भव्य तरीके से प्रस्तुत किया जाएगा।
पर्यटन विभाग की प्रबंध निदेशक वी. क्रांति ने कहा कि संक्रांति समारोह के अंतर्गत कई आकर्षक कार्यक्रमों की योजना बनाई गई है। इस दौरान, शहर के बाहरी क्षेत्रों में हॉट एयर बैलून महोत्सव भी होगा, जो पर्यटकों और नागरिकों के लिए एक अद्वितीय दृश्य और अनुभव प्रदान करेगा।
अतिरिक्त रूप से, ड्रोन महोत्सव का भी आयोजन होगा, जिसमें देशभर से आए ड्रोन पायलट अपनी तकनीकी कौशल का प्रदर्शन करेंगे। यह कार्यक्रम संक्रांति उत्सव में आधुनिकता और तकनीक का समावेश करेगा।
सोमवार को मुख्य सचिव के. रामकृष्ण राव ने सचिवालय में एक समीक्षा बैठक में पतंग महोत्सव की तैयारियों की स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशों के संदर्भ में कहा कि इस आयोजन को भव्य स्तर पर आयोजित किया जाए, ताकि संक्रांति के दौरान हैदराबाद की जीवंत संस्कृति और उत्सव की भावना को प्रभावी रूप से दर्शाया जा सके।
मुख्य सचिव ने संबंधित विभागों को महोत्सव के लिए उपयुक्त नाम, विशिष्ट ब्रांडिंग और आकर्षक लोगो बनाने के निर्देश दिए, जिससे आयोजन को अलग पहचान और व्यापक प्रचार मिल सके।
मुख्यमंत्री की इच्छा के अनुसार, यह महोत्सव एचवाईडीआरए द्वारा पुनर्जीवित किए गए झीलों और जलाशयों के आसपास आयोजित किया जाएगा, जिससे जल निकायों के सफल पुनर्जीवन को प्रदर्शित किया जा सके।
मुख्य सचिव ने जीएचएमसी, एचएमडीए और एचवाईडीआरए को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक एक-एक नोडल अधिकारी नियुक्त करें, जो आयोजन स्थलों पर समन्वय और निगरानी का कार्य करेंगे। उन्होंने यह भी जानकारी दी कि जनवरी के पहले सप्ताह से मंत्रीगण इन पुनर्जीवित झीलों का दौरा कर व्यवस्थाओं की समीक्षा करेंगे।
बैठक के दौरान एचवाईडीआरए प्रमुख ए.वी. रंगनाथ ने शहर में एचवाईडीआरए द्वारा पुनर्जीवित विभिन्न झीलों और तालाबों पर विस्तृत प्रस्तुति दी और जल संरक्षण, पर्यावरणीय स्थिरता तथा सार्वजनिक उपयोगिता को लेकर किए गए कार्यों की जानकारी दी।
मुख्य सचिव ने सभी विभागों को आपसी समन्वय से कार्य करने का निर्देश देते हुए कहा कि संक्रांति समारोह को नागरिकों के लिए यादगार अनुभव बनाया जाए।