क्या आईआईटी दिल्ली भारत का सर्वश्रेष्ठ संस्थान है?
सारांश
Key Takeaways
- आईआईटी दिल्ली को भारत का सर्वश्रेष्ठ संस्थान माना गया है।
- इस रैंकिंग में आईआईटी बॉम्बे और आईआईटी खड़गपुर ने भी स्थान प्राप्त किया है।
- कुल 100 से अधिक भारतीय विश्वविद्यालय इस रैंकिंग में शामिल हुए हैं।
- भारत के 32 विश्वविद्यालयों ने रैंकिंग में सुधार किया है।
- मुख्य मापदंडों में सुधार की आवश्यकता है।
नई दिल्ली, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। क्यूएस वर्ल्ड यूनिवर्सिटी सस्टेनेबिलिटी रैंकिंग का ऐलान हो चुका है। लंदन से प्रकाशित होने वाली इस रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली को भारत का सर्वश्रेष्ठ संस्थान माना गया है। भारत के दूसरे और तीसरे सर्वश्रेष्ठ विश्वविद्यालयों में भी आईआईटी संस्थान शामिल हैं। दूसरे स्थान पर आईआईटी बॉम्बे है, जबकि आईआईटी खड़गपुर ने भारतीय विश्वविद्यालयों में तीसरा स्थान हासिल किया है।
इस वर्ष, 100 से अधिक भारतीय विश्वविद्यालय इस रैंकिंग में शामिल हुए हैं। क्यूएस के अनुसार, 9 भारतीय विश्वविद्यालयों ने टॉप 700 विश्वविद्यालयों में स्थान प्राप्त किया है। इनमें आईआईटी रुड़की, वेल्लोर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, लवली प्रोफेशनल यूनिवर्सिटी, पंजाब विश्वविद्यालय, नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (राउरकेला), और आईआईटी-बीएचयू शामिल हैं। विश्व स्तर पर सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन स्वीडन की लुंड यूनिवर्सिटी का रहा है, जिसने वैश्विक रैंकिंग में अव्वल स्थान प्राप्त किया है।
भारत में इस वर्ष 32 विश्वविद्यालयों ने पिछले वर्ष की तुलना में अपनी रैंकिंग में सुधार किया है। आईआईटी दिल्ली एक बार फिर से भारत के सबसे उत्कृष्ट संस्थान के रूप में उभरा है। हाल ही में जारी क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में भी आईआईटी दिल्ली ने शानदार प्रदर्शन किया था। इस रैंकिंग में आईआईटी दिल्ली भारत का शीर्ष संस्थान बना रहा।
कुल मिलाकर, भारत के 7 उच्च शिक्षण संस्थान क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग के टॉप 100 में शामिल हुए थे, जिसमें दिल्ली विश्वविद्यालय भी शामिल है। जबकि 20 भारतीय शिक्षण संस्थान टॉप 200 में और 66 भारतीय संस्थान टॉप 500 में शामिल हुए।
इस साल कुल 294 भारतीय उच्च शिक्षण संस्थान इस रैंकिंग में शामिल हुए थे। क्यूएस एशिया यूनिवर्सिटी रैंकिंग 2026 में टॉप 10 भारतीय संस्थानों में 5 आईआईटी शामिल हैं। हालांकि, कुछ प्रमुख संस्थानों ने इस वर्ष रैंकिंग में गिरावट भी देखी है।
मुख्य रूप से ‘साइटेशन प्रति पेपर’, ‘फैकल्टी-स्टूडेंट अनुपात’, और ‘अंतरराष्ट्रीयकरण’ जैसे मापदंडों में सुधार की आवश्यकता बताई गई है। आईआईटी दिल्ली इस बार एशिया में 59वें स्थान पर रही, और भारतीय संस्थानों में पहले स्थान पर बनी। इसका मुख्य कारण फैकल्टी का उच्च शैक्षणिक स्तर, वैज्ञानिक प्रिंट (पेपर) की संख्या, तथा नियोक्ता प्रतिष्ठा हैं। आईआईएससी, आईआईटी मद्रास, आईआईटी बॉम्बे, आईआईटी कानपुर, आईआईटी खड़गपुर और दिल्ली विश्वविद्यालय टॉप 100 में शामिल थे।