क्या आईएमडी ने तमिलनाडु के आठ जिलों में भारी बारिश की चेतावनी दी है?
सारांश
Key Takeaways
- दक्षिणी तमिलनाडु के आठ जिलों में भारी बारिश का अनुमान।
- आईएमडी ने चेतावनी जारी की है।
- स्कूलों और कॉलेजों के बंद होने की संभावना।
- मछुआरों के लिए समुद्री चेतावनी।
चेन्नई, 18 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। दक्षिणी तमिलनाडु के आठ जिलों में मंगलवार को भारी बारिश की आशंका व्यक्त की गई है। यह स्थिति बंगाल की खाड़ी में बन रहे कम दबाव के क्षेत्र के कारण उत्पन्न हो रही है। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने इन जिलों के लिए एक चेतावनी जारी की है।
इन जिलों में कन्याकुमारी, तिरुनेलवेली, थूथुकुडी, रामनाथपुरम, शिवगंगा, विरुधुनगर, तेनकासी और थेनी शामिल हैं। मौसम विभाग ने लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी है।
यह बारिश मंगलवार को दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी में एक निम्न दबाव के क्षेत्र के कारण शुरू हुई है, जो उत्तर-पश्चिम दिशा की ओर बढ़ रही है। इसके अलावा, आईएमडी ने 22 नवंबर के आसपास दक्षिण-पूर्व बंगाल की खाड़ी में एक और निम्न दबाव के क्षेत्र की संभावना जताई है, जो अगले 48 घंटों में तीव्र होने की उम्मीद है। इस स्थिति से आने वाले दिनों में तमिलनाडु में बारिश की मात्रा में वृद्धि हो सकती है।
बंगाल की खाड़ी से नमी के प्रवाह के चलते चेन्नई में आज मध्यम बारिश की संभावना है। इसके साथ ही, दक्षिणी तमिलनाडु के तटीय क्षेत्रों, मन्नार की खाड़ी और कुमारी सागर में समुद्री चेतावनी जारी की गई है। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि इन जलक्षेत्रों में 55 किमी प्रति घंटे की तेज हवाएं चलने की संभावना है।
सोमवार को पूरे तमिलनाडु में, विशेषकर दक्षिणी हिस्से में, भारी बारिश देखी गई। जिला प्रशासन स्कूलों और कॉलेजों को बंद करने के विषय में विचार कर रहा है।
स्थानीय हालात और बारिश की गंभीरता के अनुसार, जिला कलेक्टर अंतिम निर्णय लेंगे। केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी ने मौसम संबंधी अलर्ट पर तात्कालिक प्रतिक्रिया में सभी सरकारी, सरकारी सहायता प्राप्त और निजी स्कूलों और कॉलेजों में 18 नवंबर के लिए अवकाश घोषित कर दिया। शिक्षा मंत्री ए. नमस्सिवयम ने यह निर्णय सोमवार रात को बताया।
कुड्डालोर जिले ने लगातार बारिश के कारण स्कूलों में छुट्टी की घोषणा की है, जैसा कि जिला कलेक्टर सीपी आदित्य सेंथिलकुमार ने बताया है।
अन्य जिलों में भी बारिश की तीव्रता और सुरक्षा संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए इसी तरह के आदेश जारी होने की संभावना है।