क्या इंडी गठबंधन बिहार विधानसभा चुनाव में हार से बौखला गया है?: केसी त्यागी

सारांश
Key Takeaways
- इंडी अलायंस हार के डर से बौखलाहट में है।
- चुनाव आयोग का वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन महत्वपूर्ण है।
- नीतीश कुमार की सरकार पर गरीबों का विश्वास है।
नई दिल्ली, 3 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के वरिष्ठ नेता केसी त्यागी ने इंडी अलायंस पर गुरुवार को तीखा हमला करते हुए कहा कि बिहार चुनाव में अपनी हार के डर से गठबंधन में शामिल राजनीतिक दल बौखलाहट में हैं। यही वजह है कि, गठबंधन के नेता बेतुके बयान दे रहे हैं।
बिहार में इस वर्ष होने वाले विधानसभा चुनावों से पहले, चुनाव आयोग द्वारा वोटर लिस्ट में मेगा वेरिफिकेशन ड्राइव को लेकर इंडी अलायंस लगातार सरकार और चुनाव आयोग पर हमलावर है और इसे गलत साबित करने में जुटा है। इंडी अलायंस में शामिल दलों ने चुनाव आयोग से वोटर लिस्ट वेरिफिकेशन को लेकर चर्चा भी की है।
केसी त्यागी ने इंडी गठबंधन के नेताओं की चुनाव आयोग से मुलाकात पर कहा कि इंडी अलायंस अपनी संभावित हार को स्वीकार करते हुए अब दोषारोपण पर उतर आया है। चुनाव आयोग चुनाव से पहले इस तरह की समीक्षा करता रहा है ताकि मतदाता सूची में कोई विसंगति न हो। इससे किसी को भी कोई समस्या नहीं होनी चाहिए।
विपक्ष का कहना है कि कुछ महीनों में कैसे चुनाव आयोग बिहार में मतदाता सत्यापन का कार्य पूरा करेगा। जब जदयू नेता केसी त्यागी से इस पर प्रतिक्रिया मांगी गई, तो उन्होंने कहा कि बिहार सरकार एक कुशल सरकार है। यह लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी का समय नहीं है। यह नीतीश कुमार का युग है और इसमें ये सभी कार्य एक महीने के भीतर संभव हैं।
केसी त्यागी ने विपक्ष के उस बयान का भी जवाब दिया है, जिसमें आरोप लगाया गया कि सरकार बिहार से गरीबों और मुसलमानों को बाहर निकालना चाहती है। उन्होंने कहा कि इस सरकार में गरीबों और मुसलमानों को जो सम्मान मिला है, वह पहले की सरकारों में कभी नहीं मिला। लोग आज भी भागलपुर का दंगा याद करते हैं। इसलिए, गरीबों और मुसलमानों को बिहार से कोई नहीं हटा सकता। उन्हें नीतीश कुमार की सरकार पर पूरा विश्वास है।