क्या इंडी गठबंधन ने सनातन धर्म को बदनाम करने का लाइसेंस ले रखा है?: रोहन गुप्ता

सारांश
Key Takeaways
- इंडी गठबंधन के नेताओं ने सनातन धर्म को बदनाम करने का लाइसेंस ले रखा है।
- भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने इस पर कड़ी निंदा की है।
- कांग्रेस पार्टी की चुप्पी पर सवाल उठाए गए हैं।
- तेजस्वी यादव के दावे को बेबुनियाद बताया गया।
- यह तुष्टिकरण की राजनीति का हिस्सा है।
अहमदाबाद, 4 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। एनसीपी (एसपी) नेता जितेंद्र आव्हाड के 'सनातन' विरोधी बयान की भाजपा प्रवक्ता रोहन गुप्ता ने कड़ी निंदा की है। उनके अनुसार, 'इंडी गठबंधन के नेताओं ने सनातन धर्म को बदनाम करने का लाइसेंस ले रखा है, जो बिल्कुल भी उचित नहीं है।
भाजपा नेता रोहन गुप्ता ने राष्ट्र प्रेस से बातचीत के दौरान कहा, "ऐसा लगता है कि इंडी गठबंधन के नेताओं ने लाइसेंस ले लिया है—लाइसेंस कि कैसे सनातन धर्म का अपमान किया जाए, कैसे सुर्खियाँ बटोरी जाएं, और फिर आगे बढ़ जाएं। हर बार जब ऐसा होता है, तो वे सनातन धर्म का अपमान करते हैं, फिर जब भाजपा विरोध करती है, तो वे सवाल करते हैं कि हम इस मुद्दे को क्यों उठा रहे हैं?"
गुप्ता ने इसे प्रयोग का नाम दिया। आगे बोले, "यह संयोग मात्र नहीं है, यह आपका प्रयोग है। आपकी तुष्टिकरण की राजनीति आपको मजबूर करती है कि थोड़े-थोड़े दिनों में सनातन का अपमान करें। इससे आपको चुनावी फायदा होगा। यह पुराना मॉडल है, जनता सब समझती है। जब डीएमके ने अपमान किया तब भी कांग्रेस पार्टी चुप रही और इस बार भी चुप है।"
उन्होंने कांग्रेस पार्टी के नेताओं से सवाल किया, "इस मुद्दे पर आपका क्या स्टैंड है? अगर आप इसके साथ खड़े हैं तो बताएं कि यह हमारा भी बयान है। अगर यह आपका बयान नहीं है तो आपने इसकी निंदा आज तक क्यों नहीं की? क्या सनातन का अपमान पर चुप्पी करके देश की जनता का विश्वास प्राप्त कर सकते हैं? कभी नहीं। जनता सनातन विरोधी मानसिकता को कभी भी माफ नहीं करेगी।"
तेजस्वी यादव के ईपीआईसी को लेकर किए दावे को रोहन गुप्ता ने बेबुनियाद बताया। उन्होंने कहा कि तेजस्वी यादव पूरी तरह से बेनकाब हो गए हैं। जिस तरह से उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दावा किया कि उनका नाम सूची में नहीं है, चुनाव आयोग ने जवाब दिया कि उनका नाम वास्तव में दर्ज है। अब, वह कोई भी जवाब देने से बच रहे हैं। इसीलिए बिहार की जनता न तेजस्वी यादव न कांग्रेस पर कभी भरोसा करेगी क्योंकि उन्हें मालूम है कि इस बार बिहार की जनता उन्हें हराने जा रही है।