क्या 'इंडिया' ब्लॉक में शामिल दलों के बीच आपस में तालमेल नहीं है?
सारांश
Key Takeaways
- इंडिया ब्लॉक का असंतोषजनक प्रदर्शन
- ममता बनर्जी के नेतृत्व पर सवाल
- कांग्रेस पार्टी की कमजोरी
- विपक्ष में तालमेल की कमी
- पीएम मोदी की पॉपुलैरिटी
नई दिल्ली, 27 नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार चुनाव में 'इंडिया' ब्लॉक के असंतोषजनक प्रदर्शन और इसके नेतृत्व को लेकर चल रही खींचतान के बीच पश्चिम बंगाल में इंडिया गठबंधन के नेतृत्व पर सवाल उठ रहे हैं। इस दौरान भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने गुरुवार को विपक्ष पर निशाना साधा।
भाजपा सांसद योगेंद्र चंदोलिया ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के गठबंधन नेतृत्व पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि ममता दीदी पहले यह तय करें कि पश्चिम बंगाल में विपक्ष किसके नेतृत्व में चुनाव लड़ेगा, क्योंकि राहुल गांधी के अलावा ऐसा कोई नहीं है, जिसे देश स्वीकार करता हो।
योगेंद्र चंदोलिया ने कहा, "बिहार में सिर्फ 4 से 5 सीटें कांग्रेस को आई हैं। नेता की कमिटमेंट क्या है, इससे वोट मिलता है। बिहार और यूपी में कितने सालों से कांग्रेस पार्टी बाहर है। कांग्रेस का बिस्तर बंद हो चुका है।"
उन्होंने कहा, "ममता बनर्जी और कांग्रेस पार्टी के लोग मुस्लिमों के ठेकेदार हैं। उनमें आपस में ही तालमेल नहीं है तो वह हमसे कैसे लड़ेंगे। उन्होंने बिहार में मिलकर हमारे खिलाफ चुनाव लड़कर देख लिया और जनता ने जिस बहुमत से पीएम मोदी को स्वीकारा है, इसी बहुमत की वजह से पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी की वापसी किसी कीमत पर नहीं होगी।"
उत्तर प्रदेश में 'इंडिया' ब्लॉक के नेतृत्व के सवाल पर उन्होंने कहा, "यह विपक्ष का आपसी मामला है कि इंडिया ब्लॉक का नेतृत्व अखिलेश करें या फिर ममता बनर्जी करें। एक साल के अंदर विपक्ष का खात्मा निश्चित है। इस बार बिहार में लालू परिवार समाप्त हुआ है। अभी ममता समाप्त होंगी और यूपी का चुनाव आएगा तो अखिलेश यादव छुट्टियों पर चले जाएंगे।"
भाजपा सांसद ने कहा, "पीएम मोदी के सामने सभी राजनीतिक पार्टियां बदनाम हो चुकी हैं। उन्हें देश और समाज के लिए कुछ करना नहीं है। केवल जातिवादी और घृणा की राजनीति करते हैं। पीएम मोदी के नेतृत्व में देश बहुत तेजी से आगे बढ़ रहा है। विपक्ष में जो राष्ट्रीय पार्टियां हुआ करती थीं, अब क्षेत्रीय पार्टियां गिनी जाएंगी।"