क्या कांग्रेस के खिलाफ जहर उगलना इंद्रेश कुमार की आदत है?

सारांश
Key Takeaways
- इंद्रेश कुमार ने सिद्धारमैया के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया दी।
- कांग्रेस पर आरोप लगाया कि उन्होंने देश का विभाजन किया।
- दीप उत्सव का महत्व और उससे जुड़ी रोजगार संभावनाएं।
- नशामुक्त और नफरतमुक्त भारत के लिए संकल्प लेने की अपील।
- त्योहारों पर आतिशबाजी के अधिकार की रक्षा।
नई दिल्ली, 19 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख नेता इंद्रेश कुमार ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के बयान पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा कि यह देश का दुर्भाग्य है कि कांग्रेस ने देश का विभाजन किया है। उन्होंने कहा कि आरएसएस के खिलाफ जहर उगलना कांग्रेस की आदत बन गई है। भगवान से प्रार्थना करूंगा कि उनके नेताओं और पार्टी को सद्बुद्धि प्राप्त हो।
इंद्रेश कुमार ने आरोप लगाया कि डॉ. भीमराव अम्बेडकर की अगर किसी ने सबसे ज्यादा अवमानना की है, तो वह कांग्रेस ही है।
अखिलेश यादव के बयान पर उन्होंने कहा कि हजारों वर्षों से दीप उत्सव मनाया जा रहा है, जिससे करोड़ों लोगों को रोजगार मिलता है। उन्होंने कहा कि जो लोग इस उत्सव का विरोध कर रहे हैं, वे गरीबों की रोजी-रोटी का भी विरोध कर रहे हैं। ऐसा हल्का विरोध नहीं किया जाना चाहिए, उनके पेट पर लात नहीं मारी जानी चाहिए।
इंद्रेश कुमार ने कहा कि दुनिया में हर जगह त्योहार मनाए जाते हैं और हर धर्म के लोग अपने त्योहारों पर आतिशबाजी करते हैं। इस बार सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली में दीपावली पर ग्रीन पटाखे जलाए जाने की अनुमति दी है।
उन्होंने कहा कि खुशियों के इजहार के लिए ये पटाखे जलाए जाते हैं। इन्हें बंद नहीं किया जाना चाहिए। सभी को अपने-अपने त्योहार मनाने का अधिकार होना चाहिए। किसी को भी किसी के त्योहार पर बयानबाजी नहीं करनी चाहिए।
उन्होंने सभी से अपील की कि हर दीया जलाते हुए संकल्प लें। एक दीया नशामुक्त भारत, नफरतमुक्त भारत, मिल-जुलकर रहने वाले भारत और स्वच्छ भारत के लिए जलाएं। इसके अलावा, गरीबों की मदद करने और इंसानियत के लिए भी एक दीया जलाएं।