क्या आईपीएस पूरन कुमार के परिवार को इंसाफ नहीं मिल रहा?

सारांश
Key Takeaways
- राजा वड़िंग ने परिवार से मिलने के बाद इंसाफ की मांग की।
- पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए गए।
- इस मामले की निष्पक्ष जांच की आवश्यकता है।
चंडीगढ़, 12 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। आईपीएस वाई पूरन कुमार के आत्महत्या मामले ने समाज में गहरी चिंता और नकारात्मकता पैदा कर दी है। इस संदर्भ में पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वड़िंग ने शोक व्यक्त करने हेतु सेक्टर-24 में आईपीएस के निवास पर जाकर उनके परिवार से मुलाकात की।
पत्रकारों से बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि यह समझ से परे है कि चंडीगढ़ पुलिस पर किसका दबाव है, जो इस मामले में उचित कार्रवाई नहीं कर रही है। राजा वड़िंग ने कहा कि लोकतंत्र की खुली अवहेलना की जा रही है, आरोपी छिपाए जा रहे हैं और पीड़ित परिवार को एफआईआर दर्ज करवाने के लिए संघर्ष करना पड़ रहा है।
उन्होंने आगे कहा कि जब मामला आत्महत्या के रूप में दर्ज किया जा रहा है, तो कम से कम सीधे तौर पर पर्चा दर्ज किया जाना चाहिए था। उन्होंने बताया कि पूरे मामले में परिवार को किसी भी प्रकार की जानकारी दिए बिना शव को ले जाया गया, जो कि अत्यंत गलत और अपमानजनक है। उनका कहना है कि इस तरह की लापरवाही और संवेदनशीलता की कमी समाज में असंतोष को बढ़ावा दे रही है।
राजा वड़िंग ने कहा कि इस मामले को लेकर उन्होंने शनिवार को राहुल गांधी और मल्लिकार्जुन खड़गे से भी चर्चा की थी और दोनों ने इस पर अपनी चिंता व्यक्त की है। उनका मानना है कि यह घटना बेहद दुखदायी है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस इस मामले में सख्त रुख अपनाएगी और पंजाब के सभी जिलों में सोमवार को कैंडल मार्च का आयोजन किया जाएगा। उन्होंने पुलिस और प्रशासन से स्पष्ट मांग की कि इस मामले में तुरंत एफआईआर दर्ज की जाए और दोषियों को कानून के अनुसार सजा दी जाए।
इसके अलावा, राजा वड़िंग ने कहा कि इस मामले की निष्पक्ष जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज से जांच करवाई जानी चाहिए, ताकि किसी भी प्रकार का दबाव या अन्याय न हो।