क्या हनुमान बेनीवाल ने जैसलमेर बस हादसे के घायलों से की मुलाकात और एक करोड़ सहायता की मांग की?

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क्या हनुमान बेनीवाल ने जैसलमेर बस हादसे के घायलों से की मुलाकात और एक करोड़ सहायता की मांग की?

सारांश

जैसलमेर बस हादसे में घायलों की स्थिति को लेकर हनुमान बेनीवाल ने अस्पताल का दौरा किया। उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए एक करोड़ रुपए की सहायता की मांग की और प्रशासन की लापरवाही पर सवाल उठाए। इस घटना ने राज्य सरकार की संवेदनहीनता को उजागर किया है।

Key Takeaways

  • हनुमान बेनीवाल ने घायलों से मुलाकात की।
  • राज्य सरकार से एक करोड़ रुपए की सहायता की मांग की।
  • घायलों के इलाज की स्थिति की जानकारी ली।
  • प्रशासनिक लापरवाही पर सवाल उठाए।
  • भविष्य में राहत कार्यों की तत्काल उपलब्धता की आवश्यकता।

जोधपुर, 15 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (आरएलपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष और नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल ने बुधवार को जोधपुर के महात्मा गांधी अस्पताल का दौरा किया।

उन्होंने मंगलवार को जैसलमेर के निकट हुए भीषण बस हादसे में घायल हुए लोगों की कुशलक्षेम पूछी और दिवंगत नागरिकों के परिजनों से मुलाकात कर उन्हें सांत्वना दी।

सांसद हनुमान बेनीवाल ने अस्पताल में चिकित्सकों से घायलों के इलाज की प्रगति के बारे में विस्तृत जानकारी ली और उनके समुचित उपचार पर जोर दिया।

हनुमान बेनीवाल ने राज्य सरकार से हादसे में मृतकों के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपए की आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की। साथ ही, उन्होंने घायलों के इलाज को उच्च स्तरीय चिकित्सा संस्थानों में सुनिश्चित करने और इस मामले में आपराधिक मुकदमा दर्ज करने की मांग भी की।

सांसद हनुमान बेनीवाल ने सरकार की कार्यप्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि यह हादसा प्रशासनिक लापरवाही और संवेदनहीनता का परिणाम है।

उन्होंने कहा कि हादसे से एक दिन पहले जब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ की पत्नी पाली में बीमार हुईं, तो सरकार ने तत्काल उनके लिए हेलीकॉप्टर भेज दिया। इस बस हादसे में गंभीर रूप से झुलसे नागरिकों को जोधपुर या जयपुर तत्काल एयरलिफ्ट करने की व्यवस्था नहीं की गई। जैसलमेर में सैन्य हवाई अड्डे पर हेलीकॉप्टर और चार्टर प्लेन उपलब्ध थे, फिर भी सरकार ने घायलों को समय पर बेहतर इलाज के लिए स्थानांतरित नहीं किया।

सांसद हनुमान बेनीवाल ने आरोप लगाया कि हादसे के बाद घायल नागरिक पांच घंटे तक तड़पते रहे, तब जाकर उन्हें जोधपुर पहुंचाया गया। यह सरकार संवेदनहीन हो चुकी है। मुख्यमंत्री को झुलसे नागरिकों को एयरलिफ्ट करने का विचार तक नहीं आया। त्वरित राहत कार्यों में देरी अमानवीय व्यवहार है।

उन्होंने प्रशासन से मांग की कि भविष्य में ऐसी घटनाओं में तत्काल राहत और चिकित्सा सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएं।

Point of View

NationPress
15/10/2025

Frequently Asked Questions

हनुमान बेनीवाल ने अस्पताल में क्या किया?
हनुमान बेनीवाल ने अस्पताल में घायलों से मुलाकात की और उनके इलाज की स्थिति की जानकारी ली।
हनुमान बेनीवाल ने राज्य सरकार से क्या मांग की?
उन्होंने मृतकों के परिजनों के लिए एक-एक करोड़ रुपए की सहायता और घायलों के इलाज को उच्च चिकित्सा संस्थानों में सुनिश्चित करने की मांग की।
बस हादसे में प्रशासन की भूमिका क्या थी?
हनुमान बेनीवाल ने प्रशासनिक लापरवाही और संवेदनहीनता का आरोप लगाया है।