क्या बॉडी बिल्डर वरिंदर सिंह घुम्मन को इंसाफ दिलाने के लिए लोग सड़कों पर उतरे?

सारांश
Key Takeaways
- वरिंदर घुम्मन का निधन विवादास्पद है।
- परिवार का आरोप है कि यह हत्या है।
- कैंडल मार्च में हजारों लोग शामिल हुए।
- सरकार को मामले की जांच करनी चाहिए।
- घुम्मन एक प्रेरणादायक व्यक्तित्व थे।
जालंधर, 17 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। विश्व प्रसिद्ध शाकाहारी बॉडी बिल्डर वरिंदर सिंह घुम्मन का निधन एक गंभीर मुद्दा बनता जा रहा है। शुक्रवार को उनके परिवार के सदस्य और समर्थक इंसाफ की मांग के लिए सड़कों पर उतर आए। जालंधर में उनके समर्थकों ने कैंडल मार्च का आयोजन किया।
यह कैंडल मार्च जालंधर के मॉडल टाउन स्थित निक्को पार्क से शाम 7 बजे शुरू हुआ, जिसमें हजारों की संख्या में लोग शामिल हुए। यह मार्च गुरु नानक मिशन चौक पर जाकर समाप्त हुआ। इस दौरान लोगों ने घुम्मन को इंसाफ दिलाने के लिए जोरदार नारेबाजी की।
परिवार के सदस्यों का कहना है कि घुम्मन की इलाज के दौरान हुई मृत्यु एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हत्या है। भाजपा नेता और पूर्व सांसद सुशील कुमार रिंकू ने कहा कि सरकार को इस मामले की पूरी जांच करनी चाहिए। घुम्मन को इंसाफ दिलाने के लिए हर संभव प्रयास होना चाहिए।
उन्होंने कहा कि घुम्मन एक महान इंसान और युवाओं के आदर्श थे। उनके लापरवाही से निधन की घटना अत्यंत दुखद है। जो कुछ भी हुआ है, उसकी गहन जांच होनी चाहिए ताकि घुम्मन के परिवार को न्याय मिल सके।
सूत्रों के अनुसार, वरिंदर घुम्मन की एक सर्जरी के दौरान हार्ट अटैक से मृत्यु हो गई। परिवार ने आरोप लगाया है कि एक गलत इंजेक्शन के कारण उनकी मृत्यु हुई।
उनके मैनेजर यादविंदर सिंह के अनुसार, मृतक को कंधे में दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद उन्हें एक निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उन्हें दिल का दौरा पड़ा। उनके भतीजे अमनज्योत सिंह ने इसकी पुष्टि की।
घुम्मन ने 2009 में मिस्टर इंडिया का खिताब जीता और मिस्टर एशिया प्रतियोगिता में दूसरा स्थान हासिल किया। उन्होंने हिंदी और पंजाबी फिल्मों में भी अपनी पहचान बनाई। 2023 में उन्होंने "टाइगर 3" में सलमान खान के साथ काम किया। साथ ही, 2014 में "रोर, टाइगर्स ऑफ सुंदरबन्स" और 2012 में पंजाबी हिट "कबड्डी वन्स अगेन" में भी भूमिका निभाई।