क्या मयंक सिंह जल्द ही झारखंड पुलिस के शिकंजे में आएंगे? अजरबैजान से मिली प्रत्यर्पण की मंजूरी

Click to start listening
क्या मयंक सिंह जल्द ही झारखंड पुलिस के शिकंजे में आएंगे? अजरबैजान से मिली प्रत्यर्पण की मंजूरी

सारांश

क्या सुनील कुमार उर्फ मीणा, जो झारखंड में अपराध का नेटवर्क चला रहे थे, अब पुलिस के शिकंजे में आएंगे? अजरबैजान से उनके प्रत्यर्पण की मंजूरी मिल गई है। जानें इस मामले की पूरी जानकारी।

Key Takeaways

  • सुनील कुमार उर्फ मीणा को अजरबैजान से प्रत्यर्पित किया जाएगा।
  • उनके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया था।
  • झारखंड एटीएस की मदद से उनकी गिरफ्तारी संभव हुई।
  • अंतरराष्ट्रीय सहयोग से अपराधियों को पकड़ना संभव हो रहा है।
  • उनकी गिरफ्तारी से झारखंड में कई आपराधिक मामलों का खुलासा हो सकता है।

रांची, 8 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। विदेश में रहकर झारखंड में अपराध का नेटवर्क चलाने वाले मोस्ट वांटेड सुनील कुमार उर्फ मीणा अब झारखंड पुलिस के शिकंजे में आने वाले हैं। मयंक को अजरबैजान की पुलिस ने पिछले वर्ष गिरफ्तार किया था, और अब उसके प्रत्यर्पण की मंजूरी मिल गई है।

विदेश मंत्रालय ने अजरबैजान सरकार को आवश्यक दस्तावेज सौंप दिए हैं। झारखंड पुलिस मुख्यालय ने शुक्रवार को आधिकारिक रूप से जानकारी दी कि प्रत्यर्पण के बाद सुनील को 23 अगस्त को भारत लाया जाएगा। सुनील कुमार मीणा उर्फ मयंक पिछले चार-पांच वर्षों से झारखंड में दहशत का प्रतीक बनकर उभरा था। वह गैंगस्टर अमन साहू के गिरोह के नाम पर इंटरनेट मीडिया के माध्यम से झारखंड के व्यवसायियों, ठेकेदारों और खनन कंपनियों के अधिकारियों को थ्रेट कॉल करता था। राज्य में बड़ी वारदातों के बाद वह सोशल मीडिया पर गिरोह की ओर से जिम्मेदारी लेता था।

शुरुआत में पुलिस का मानना था कि इस नाम का कोई फर्जी व्यक्ति दहशत फैला रहा है, लेकिन बाद में तकनीकी जांच के आधार पर उसकी पहचान की गई। झारखंड पुलिस के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड ने रामगढ़ जिले के पतरातू (भदानीनगर) थाने में कांड संख्या 175/22 के तहत दर्ज एक आपराधिक मामले में उसके खिलाफ साक्ष्य के आधार पर न्यायालय में चार्जशीट प्रस्तुत की। इसके बाद उसके खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया गया। 29 अक्टूबर 2024 को अजरबैजान की राजधानी बाकू में सुनील कुमार को गिरफ्तार किया गया।

झारखंड एटीएस की मांग पर सीबीआई ने उसके प्रत्यर्पण के लिए कार्रवाई शुरू की। विदेश मंत्रालय के सहयोग से अजरबैजान सरकार को प्रत्यर्पण दस्तावेज भेजे गए। 27 जनवरी 2025 को अजरबैजान की अदालत ने प्रत्यर्पण की मंजूरी दे दी, जिससे प्रक्रिया में तेजी आई। इसके बाद भारत सरकार ने भी अपराधी को प्रत्यर्पण की राजनीतिक मंजूरी प्रदान करते हुए पुलिस अधिकारियों के लिए पासपोर्ट जारी करने का निर्देश दिया।

जानकारी के अनुसार, अजरबैजान की सरकार 22 अगस्त को सुनील उर्फ मयंक को भारतीय अधिकारियों को सौंपेगी। इसके बाद उसे 23 अगस्त को भारत लाया जाएगा। सुनील को झारखंड लाने के लिए एटीएस के एसपी ऋषभ झा के नेतृत्व में एक टीम अजरबैजान जाएगी। उससे पूछताछ के बाद झारखंड के कई आपराधिक मामलों का खुलासा होने की संभावना है।

Point of View

यह स्पष्ट है कि अपराधियों का अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पकड़ना एक चुनौती है। लेकिन यह मामला यह दर्शाता है कि हमारे सुरक्षा बल सक्रिय हैं और वे अंतरराष्ट्रीय सहयोग का लाभ उठा रहे हैं। यह घटना हमारे देश की सुरक्षा के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
NationPress
08/08/2025

Frequently Asked Questions

सुनील कुमार उर्फ मीणा को कब प्रत्यर्पित किया जाएगा?
उन्हें 23 अगस्त को भारत लाया जाएगा।
मयंक का असली नाम क्या है?
उनका असली नाम सुनील कुमार है।
उन्हें किस देश में गिरफ्तार किया गया था?
उन्हें अजरबैजान में गिरफ्तार किया गया था।
झारखंड पुलिस ने उनके खिलाफ क्या कार्रवाई की?
झारखंड पुलिस ने उनके खिलाफ चार्जशीट प्रस्तुत की और रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया।
क्या इस मामले में और जानकारी मिलेगी?
जी हां, उनकी पूछताछ के बाद कई आपराधिक मामलों का खुलासा होने की संभावना है।