क्या जमात-ए-इस्लामी हिंद ने बांग्लादेश की स्थिति पर गहरी चिंता जताई?

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क्या जमात-ए-इस्लामी हिंद ने बांग्लादेश की स्थिति पर गहरी चिंता जताई?

सारांश

जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने बांग्लादेश में बिगड़ती स्थिति पर चिंता जताई। उन्होंने मौजूदा सरकार से जिम्मेदारी और लोकतांत्रिक सिद्धांतों की अपील की, ताकि शांति और स्थिरता बहाल हो सके। यह महत्वपूर्ण मुद्दा है जो सभी नागरिकों को प्रभावित करता है।

Key Takeaways

  • बांग्लादेश में राजनीतिक अस्थिरता
  • अल्पसंख्यकों की सुरक्षा
  • शांति और स्थिरता की आवश्यकता
  • भीड़ की हिंसा के खिलाफ कड़ी कार्रवाई

नई दिल्ली, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जमात-ए-इस्लामी हिंद के अध्यक्ष सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने बांग्लादेश में तेजी से बिगड़ती राजनीतिक, सामाजिक और सुरक्षा स्थिति पर गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने वर्तमान सत्ता में बैठे लोगों से जिम्मेदारी, संयम और लोकतांत्रिक सिद्धांतों के प्रति दृढ़ प्रतिबद्धता के साथ कार्य करने की अपील की, ताकि शांति, स्थिरता और जनता का भरोसा बहाल किया जा सके।

एक बयान में सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा कि बांग्लादेश में हो रहे घटनाक्रम देश को असीमित अस्थिरता और हिंसा की ओर ले जा रहे हैं। कानून-व्यवस्था के कमजोर होने से असामाजिक तत्वों को स्थिति का लाभ उठाने का मौका मिला है, जिसके कारण नागरिकों, संपत्तियों और संस्थानों पर हमले हो रहे हैं। उन्होंने हाल ही में बांग्लादेश में एक अल्पसंख्यक नागरिक की लिंचिंग की कड़ी निंदा की और इसे दुखद, निंदनीय और चिंताजनक बताया।

उन्होंने कहा, “इस तरह की घटनाएं नैतिक रूप से गलत हैं, कानूनी तौर पर अपराध हैं और समाज के लिए हानिकारक हैं। कोई भी आरोप, कोई भी भावना और कोई भी राजनीतिक स्थिति भीड़ की हिंसा या इंसान की जान लेने को सही नहीं ठहरा सकती।”

सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने इस बात पर जोर दिया कि अल्पसंख्यकों की सुरक्षा किसी भी सरकार की नैतिक विश्वसनीयता और संवैधानिक वैधता की बुनियादी कसौटी है। उन्होंने बांग्लादेश के अधिकारियों से अल्पसंख्यक समुदायों की सुरक्षा और गरिमा सुनिश्चित करने का आग्रह किया।

उन्होंने आम नागरिकों और सिविल सोसायटी समूहों के सामने आने की खबरों का स्वागत किया और कहा कि यह सामाजिक सद्भाव की रक्षा में अहम भूमिका निभाता है।

उन्होंने उन तत्वों के खिलाफ चेतावनी दी जो डर, नफरत और अशांति फैलाने के लिए संवेदनशील धार्मिक मुद्दों का फायदा उठाते हैं। साथ ही, उन्होंने बांग्लादेश सरकार और कानून प्रवर्तन एजेंसियों से त्वरित और निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया।

इस बात पर जोर देते हुए कि ऐसे अपराधों के लिए कड़ी कार्रवाई की जरूरत है ताकि यह स्पष्ट संकेत दिया जा सके कि भीड़ की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उन्होंने बांग्लादेश की अंतरिम सरकार द्वारा जारी निंदा और अब तक की गई गिरफ्तारियों का स्वागत किया।

सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने कहा, “जमात-ए-इस्लामी हिंद बांग्लादेश के लोगों के साथ खड़ी है और उम्मीद करती है कि शांतिपूर्ण और न्यायपूर्ण समाधान निकलेगा, जिससे लोकतांत्रिक शासन बहाल होगा, कानून का राज मजबूत होगा और सभी नागरिकों के लिए सुरक्षा, अधिकार और न्याय की गारंटी मिलेगी।”

Point of View

सामाजिक और सुरक्षा की स्थिति बिगड़ती है, तो यह न केवल उस देश के लिए बल्कि समग्र क्षेत्र के लिए भी चिंताजनक है। हमें सभी पक्षों से संवाद और समझदारी की आवश्यकता है।
NationPress
23/12/2025

Frequently Asked Questions

जमात-ए-इस्लामी हिंद क्या है?
जमात-ए-इस्लामी हिंद एक इस्लामी राजनीतिक संगठन है जो भारत में सामाजिक और राजनीतिक गतिविधियों में सक्रिय है।
बांग्लादेश में क्या हो रहा है?
बांग्लादेश में राजनीतिक संकट और सामाजिक अशांति की स्थिति है, जिसके कारण नागरिकों की सुरक्षा पर खतरा बढ़ गया है।
सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने क्या कहा?
सैयद सआदतुल्लाह हुसैनी ने बांग्लादेश की स्थिति पर चिंता व्यक्त की और सरकार से जिम्मेदारी से काम करने की अपील की।
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