क्या जम्मू-कश्मीर पुलिस का लक्ष्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का खात्मा है?

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क्या जम्मू-कश्मीर पुलिस का लक्ष्य राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का खात्मा है?

सारांश

जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी नलिन प्रभात ने आतंकवाद और आपराधिक गतिविधियों पर कड़ी नज़र रखते हुए, राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के खात्मे का संकल्प लिया है। पुलिस और सुरक्षा बल मिलकर मादक पदार्थों और आतंकवादियों के खिलाफ एक आक्रामक अभियान चला रहे हैं।

Key Takeaways

  • जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रविरोधी गतिविधियों का खात्मा
  • पुलिस और सुरक्षा बलों का समन्वित अभियान
  • आतंकवाद और ड्रग्स के खिलाफ कड़ी कार्रवाई
  • सीमा सुरक्षा बल का योगदान
  • क्षेत्रीय प्रभुत्व को सुदृढ़ करना

कठुआ, 22 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू और कश्मीर के पुलिस महानिदेशक नलिन प्रभात ने सोमवार को कहा कि आतंकवाद और अन्य सभी प्रकार की आपराधिक गतिविधियां केंद्र शासित प्रदेश की पुलिस की कड़ी निगरानी में रहेंगी।

कठुआ में 2025-2026 के 14वें पुलिस शहीद स्मारक टी20 क्रिकेट टूर्नामेंट का उद्घाटन करते हुए, डीजीपी ने कहा कि चाहे वह ड्रग्स हो, गैंगस्टर हों, माफिया हों, या किसी भी प्रकार का अपराध, विशेषकर आतंकवाद, सब कुछ पुलिस की बंदूक की नजर में रहेगा।

उन्होंने कहा कि पुलिस का निरंतर लक्ष्य जम्मू और कश्मीर में सभी प्रकार की राष्ट्रविरोधी और समाजविरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म करना है। जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बल आतंकवादियों, उनके जमीनी कार्यकर्ताओं (ओजीडब्ल्यू), समर्थकों, ड्रग तस्करों और हवाला रैकेट में शामिल लोगों के खिलाफ आक्रामक अभियान चला रहे हैं।

समन्वित अभियानों का उद्देश्य आतंकवाद के संपूर्ण तंत्र को ध्वस्त करना और उसके समर्थन तंत्र को नष्ट करना है। मादक पदार्थों के तस्कर और हवाला रैकेट में शामिल लोग भी पुलिस और सुरक्षा बलों के निशाने पर हैं। ऐसा माना जाता है कि इन गैरकानूनी गतिविधियों से प्राप्त धन का उपयोग जम्मू और कश्मीर में आतंकवाद को बढ़ावा देने के लिए किया जाता है।

जम्मू-कश्मीर में सीमा पार से होने वाली घुसपैठ, निकासी, मादक पदार्थों की तस्करी और ड्रोन गतिविधियों पर रोक लगाने का दायित्व सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) पर है। जम्मू-कश्मीर में 740 किलोमीटर लंबी नियंत्रण रेखा (एलओसी) है, जिस पर सेना तैनात है, और 240 किलोमीटर लंबी अंतरराष्ट्रीय सीमा है, जिस पर बीएसएफ तैनात है।

एलओसी घाटी के बारामूला, बांदीपोरा और कुपवाड़ा जिलों के साथ-साथ पुंछ, राजौरी और आंशिक रूप से जम्मू में फैली हुई है। अंतरराष्ट्रीय सीमा जम्मू, कठुआ और सांबा जिलों में स्थित है।

वहीं, सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने जम्मू-कश्मीर पुलिस के साथ सांबा में संयुक्त तलाशी अभियान चलाया। यह अभियान दोनों दलों के बीच प्रभावी परिचालनात्मक समन्वय को बढ़ावा देने के लिए था।

बीएसएफ की तरफ से जारी प्रेस नोट में बताया गया कि बीएसएफ के जवानों ने रविवार को जम्मू-कश्मीर पुलिस (बॉर्डर पुलिस पोस्ट) के साथ समन्वय में तहसील रामगढ़, जिला सांबा के अंतर्गत आने वाले गांवों डुग चन्नी, गोकुल चक एवं बंबू चक के गहराई वाले क्षेत्रों में संयुक्त तलाशी अभियान संचालित किया। इस अभियान का उद्देश्य क्षेत्रीय प्रभुत्व को सुदृढ़ करना, सीमा सुरक्षा को और मजबूत करना तथा दोनों बलों के बीच प्रभावी परिचालनात्मक समन्वय को बढ़ावा देना रहा।

Point of View

बल्कि समाज में शांति और स्थिरता को भी स्थापित करेगा।
NationPress
22/12/2025

Frequently Asked Questions

जम्मू-कश्मीर पुलिस का लक्ष्य क्या है?
जम्मू-कश्मीर पुलिस का लक्ष्य सभी प्रकार की राष्ट्रविरोधी और समाजविरोधी गतिविधियों को जड़ से खत्म करना है।
डीजीपी नलिन प्रभात ने क्या कहा?
डीजीपी नलिन प्रभात ने कहा कि आतंकवाद और आपराधिक गतिविधियां पुलिस की कड़ी निगरानी में रहेंगी।
बीएसएफ और पुलिस का संयुक्त अभियान क्यों चलाया गया?
यह अभियान दोनों बलों के बीच प्रभावी परिचालनात्मक समन्वय को बढ़ावा देने के लिए था।
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