क्या जम्मू-कश्मीर के मेंढर में अधिकारियों ने पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना के फायदों के बारे में बताया?

सारांश
Key Takeaways
- पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना ग्रामीण और सीमावर्ती क्षेत्रों के लिए लाभकारी है।
- सौर ऊर्जा से मुफ्त बिजली प्राप्त करने का अवसर।
- बिजली बिलों में बचत का साधन।
- पर्यावरण संरक्षण में योगदान।
- आत्मनिर्भरता की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम।
पुंछ, ११ अक्तूबर (राष्ट्र प्रेस)। जम्मू-कश्मीर के पुंछ जिले के सीमावर्ती क्षेत्र मेंढर के सरकारी बॉयज हायर सेकेंडरी स्कूल में आज “पीएम सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना” के अंतर्गत एक जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य लोगों को इस लाभकारी सरकारी योजना के बारे में जागरूक करना और उन्हें इसका लाभ उठाने के लिए प्रेरित करना था।
कार्यक्रम में विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह योजना विशेष रूप से ग्रामीण और सीमावर्ती इलाकों के लिए अत्यंत लाभदायक है। इसके अंतर्गत पात्र परिवारों को सौर ऊर्जा से मुफ्त बिजली प्राप्त करने का अवसर मिल रहा है, जिससे वे न केवल बिजली बिलों में बचत कर सकते हैं, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी योगदान कर सकते हैं।
विभागीय आंकड़ों के अनुसार, अब तक मेंढर और आसपास के बॉर्डर इलाकों में करीब ५० पंजीकरण किए जा चुके हैं, और लोगों में इस योजना को लेकर उत्साह देखा जा रहा है। अधिकारियों ने बताया कि आने वाले समय में और भी परिवार इस योजना का लाभ उठाने के लिए आगे आएंगे।
स्थानीय लोगों ने सरकार की इस पहल की सराहना करते हुए कहा कि सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोग अक्सर बिजली कटौती और ऊंचे बिलों की समस्या से परेशान रहते हैं। ऐसे में यह योजना उनके लिए एक राहत का साधन और आत्मनिर्भरता की दिशा में एक बड़ा कदम है।
कार्यक्रम के अंत में विद्यालय प्रशासन और अधिकारियों ने छात्रों और स्थानीय नागरिकों से अनुरोध किया कि वे योजना के लाभ के लिए जल्द से जल्द आवेदन करें और सौर ऊर्जा को अपनाकर अपने घरों को “सूर्य घर” बनाएं।
वास्तव में, ऊर्जा संरक्षण और आत्मनिर्भरता की दिशा में केंद्र और राज्य सरकार द्वारा चलाई जा रही प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना नागरिकों के लिए एक वरदान साबित हो रही है। इस योजना ने न केवल लोगों को महंगे बिजली बिलों से मुक्ति दिलाई है, बल्कि पर्यावरण संरक्षण में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया है।
बिजली की लागत कम करने के अलावा, यह योजना ऊर्जा आत्मनिर्भरता, पर्यावरणीय स्थिरता और आर्थिक विकास को बढ़ावा दे रही है, जिससे यह भारत के स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन का एक प्रमुख स्तंभ बन गई है।