क्या जम्मू-कश्मीर के उधमपुर में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई?
सारांश
Key Takeaways
- उधमपुर में आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी है।
- सुरक्षाबलों ने तलाशी अभियान को सफल बनाने के लिए कड़ी मेहनत की है।
- स्थानीय लोगों को सुरक्षा के लिए घरों में रहने की सलाह दी गई है।
उधमपुर, 15 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस) — जम्मू-कश्मीर के उधमपुर जिले के मजालता क्षेत्र के सोआन गांव में सोमवार को आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ हुई। जम्मू-कश्मीर पुलिस को प्राप्त एक विश्वसनीय सूचना के आधार पर सुरक्षा एजेंसियों ने इस क्षेत्र में आतंकियों की उपस्थिति की पुष्टि की, जिसके परिणामस्वरूप यह संयुक्त अभियान शुरू किया गया।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर पुलिस के स्पेशल ऑपरेशंस ग्रुप (एसओजी) ने भारतीय सेना और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मिलकर इलाके को चारों ओर से घेरकर तलाशी अभियान प्रारंभ किया। तलाशी के दौरान, आतंकियों ने सुरक्षाबलों पर फायरिंग शुरू कर दी, जिसके कारण दोनों पक्षों के बीच गोलीबारी होने लगी।
सुरक्षाबलों ने मोर्चा संभालते हुए आतंकियों को घेरे में ले लिया। स्थिति को नियंत्रण में रखने के लिए अतिरिक्त बलों को मौके पर भेजा गया है ताकि आतंकियों के भागने की किसी भी कोशिश को नाकाम किया जा सके। पूरे क्षेत्र में कड़ी निगरानी रखी जा रही है और सर्च-कम-कॉम्बिंग ऑपरेशन अत्यंत सतर्कता के साथ जारी है।
अधिकारियों ने बताया कि अभियान के दौरान सभी मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) का पालन किया जा रहा है ताकि आतंकियों को निष्क्रिय किया जा सके और आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके। एहतियात के तौर पर मुठभेड़ स्थल के आसपास आवाजाही पर रोक लगा दी गई है और स्थानीय निवासियों को घरों में रहने की सलाह दी गई है।
सुरक्षाबल पूरी तरह से सतर्क हैं और अभियान तब तक जारी रहेगा जब तक आतंकियों को पूरी तरह से निष्क्रिय या गिरफ्तार नहीं कर लिया जाता। फिलहाल किसी के हताहत होने की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। स्थिति पर नजर रखी जा रही है और आगे की जानकारी का इंतजार किया जा रहा है।
आईजीपी जम्मू जोन ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, "जम्मू-कश्मीर पुलिस से मिली पक्की जानकारी के आधार पर, माजलता उधमपुर के सोआन गांव में आतंकवादियों से संपर्क स्थापित किया गया। एसओजी की जॉइंट टीम आर्मी और सीआरपीएफ के साथ मिलकर काम कर रही है। अंधेरे और मुश्किल इलाके के कारण जंगल में तलाशी अभियान में रुकावट आ रही है।"