क्या जम्मू में बीएसएफ ने पुलिस के साथ सर्च अभियान चलाया और सीमा सुरक्षा को मजबूत किया?
सारांश
Key Takeaways
- बीएसएफ और पुलिस का संयुक्त सर्च अभियान
- सीमा सुरक्षा को और मजबूत बनाना
- ड्रोन की निगरानी और तस्करी के खिलाफ कार्रवाई
- एडवांस्ड एंटी-टनलिंग सिस्टम का उपयोग
- स्थानीय पुलिस के साथ सहयोग
जम्मू, 3 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। बीएसएफ की जम्मू टुकड़ियों ने आज, बुधवार को बॉर्डर पुलिस पोस्ट के सहयोग से गांव भट्ठल चक, डेप्थ एरिया, चांदवान, मरहीन, कठुआ में एक सर्च अभियान आयोजित किया। इस कार्रवाई का मुख्य उद्देश्य सीमा सुरक्षा को और अधिक मजबूत बनाना है।
जानकारी के अनुसार, बीएसएफ देश की सीमाओं की सुरक्षा में सक्रिय रूप से आतंक और ड्रग्स के खिलाफ अभियान चला रही है।
बीएसएफ वेस्टर्न कमांड चंडीगढ़ के एडीजी जनरल सतीश एस खंडारे ने एक कार्यक्रम में कहा कि हमारे पास मौजूद जानकारी के अनुसार, सीमा के निकट दिखाई देने वाले ड्रोन हमारी नजदीकी रेंज में हैं। हम पंजाब पुलिस के साथ मिलकर ड्रोन से उत्पन्न खतरों का सामना कर रहे हैं। इस वर्ष, पंजाब में पिस्टल की तस्करी में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।
उन्होंने बताया कि इस साल हम 270 ड्रोन, 380 किलोग्राम हेरोइन और अन्य प्रतिबंधित सामान बरामद कर चुके हैं। स्थानीय पुलिस के सहयोग से, बीएसएफ ने कई आतंकवादी मॉड्यूल को समाप्त किया है, जिससे सीमा पार से स्मगलिंग करना कठिन हो गया है।
सतीश एस खंडारे ने कहा कि हम जम्मू-कश्मीर में एक एडवांस्ड एंटी-टनलिंग सिस्टम का उपयोग करने की योजना बना रहे हैं, जो हमें सुरंग खोदने के प्रयासों के बारे में अलर्ट करेगा।
उन्होंने कहा कि बीएसएफ की प्राथमिक जिम्मेदारी बॉर्डर की सुरक्षा है, और बढ़ते ड्रोन के खतरों के कारण हमने अपनी रणनीति में बदलाव किया है।