क्या जम्मू-श्रीनगर हाईवे फिर से खुल पाएगा? जितेंद्र सिंह ने प्रशासन के प्रयासों की जानकारी दी

सारांश
Key Takeaways
- जम्मू-श्रीनगर हाईवे कश्मीर को अन्य हिस्सों से जोड़ता है।
- भूस्खलन और भारी बारिश ने यातायात को बाधित किया है।
- जिला कलेक्टर सलोनी राय की टीम ने दिन-रात कार्य किया है।
- प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्थाएं की हैं।
- केंद्रीय मंत्री ने स्थिति को सामान्य करने का आश्वासन दिया है।
जम्मू, 31 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। उधमपुर के बानी नल्लाह में अवरुद्ध जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे को शनिवार को आवश्यक वाहनों के लिए खोला गया था। लेकिन थाड के पहले का स्थान भारी बारिश और भूस्खलन के कारण फिर से अवरुद्ध हो गया है। प्रशासन यातायात को सामान्य करने के लिए निरंतर प्रयास कर रहा है। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने रविवार को इसकी पुष्टि की।
जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे कश्मीर को अन्य हिस्सों से जोड़ने वाला एक महत्वपूर्ण मार्ग है, जो लगातार भूस्खलन और भारी बारिश के कारण बाधित हो रहा है। केंद्रीय मंत्री डॉ. जितेंद्र सिंह ने अपने सोशल मीडिया पर साझा करते हुए बताया कि बानी नल्लाह में भूस्खलन के कारण अवरुद्ध हाईवे को जिला प्रशासन और राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआई) के संयुक्त प्रयासों से आवश्यक वाहनों के लिए खोला गया था। लेकिन थाड में फिर से भारी बारिश के कारण भूस्खलन हुआ, जिससे सड़क फिर से बंद हो गई।
इस कठिन परिस्थिति में, उधमपुर की जिला कलेक्टर (डीसी) सलोनी राय और उनकी टीम ने खराब मौसम के बावजूद दिन-रात काम किया है। उन्होंने बताया कि अगले चार से पांच घंटों में सड़क को आंशिक रूप से खोलने की संभावना है, ताकि आवश्यक वाहनों का आवागमन शुरू किया जा सके। स्थानीय प्रशासन और एनएचएआई की मशीनरी मलबा हटाने और सड़क को सुरक्षित बनाने में जुटी हुई है।
यह हाईवे यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि सामान और आवश्यक सेवाओं की आपूर्ति के लिए भी महत्वपूर्ण है। भूस्खलन के कारण फंसे यात्री और स्थानीय लोगों को राहत पहुंचाने के लिए प्रशासन ने वैकल्पिक व्यवस्थाएं शुरू की हैं। डॉ. जितेंद्र सिंह ने प्रशासन की तत्परता की सराहना करते हुए कहा कि यह संकट कठिन है, लेकिन सामूहिक प्रयासों से इसे जल्द ही नियंत्रित कर लिया जाएगा। स्थानीय लोग भी प्रशासन के इस समर्पण की प्रशंसा कर रहे हैं और उम्मीद जता रहे हैं कि जल्द ही स्थिति सामान्य हो जाएगी।