क्या जनता जानती है कि कौन सरकार चला सकता है? एनडीए की जीत निश्चित: जीतन राम मांझी

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क्या जनता जानती है कि कौन सरकार चला सकता है? एनडीए की जीत निश्चित: जीतन राम मांझी

सारांश

पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार विधानसभा चुनाव को लेकर अपनी बातें साझा की, जिसमें उन्होंने एनडीए की जीत का दावा किया। उनका मानना है कि राजद ने अन्य दलों के साथ उचित व्यवहार नहीं किया है, जिससे जनता का विश्वास एनडीए की तरफ बढ़ रहा है।

Key Takeaways

  • एनडीए का दावा है कि वे आसानी से बहुमत प्राप्त करेंगे।
  • राजद पर आरोप है कि उन्होंने झामुमो को उचित सीटें नहीं दीं।
  • बिहार की महिलाओं का समर्थन एनडीए के प्रति बढ़ रहा है।
  • गठबंधन में पद लोलुपता और सत्ता की लालसा है।
  • अपराधियों को चुनावी मैदान से बाहर रखना आवश्यक है।

गयाजी, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। बिहार विधानसभा चुनाव से पहले, पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी ने बिहार की सियासत में लगाई जा रही अटकलों पर अपना मत व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि राजद ने झामुमो के साथ कपटपूर्ण राजनीति की और उन्हें उचित सीटें नहीं दीं।

राष्ट्र प्रेस के साथ विशेष बातचीत में मांझी ने कहा, "यदि हम निष्पक्षता से विचार करें तो बिहार में महागठबंधन में छोटे भाई के रूप में शामिल झामुमो को पर्याप्त सीटें नहीं दी गईं। झारखंड में झामुमो ने बड़े भाई की तरह कार्य किया, लेकिन बिहार में राजद ने झामुमो की कोशिशों का सम्मान नहीं किया। गठबंधन में तो गठबंधन धर्म का पालन होना चाहिए था, लेकिन ऐसा नहीं हुआ।"

मांझी ने एनडीए की जीत का दावा करते हुए कहा, "बिहार में इस बार एनडीए आसानी से बहुमत प्राप्त कर सरकार बनाएगा। टिकट वितरण में एनडीए में किसी भी प्रकार का विवाद नहीं हुआ, जबकि इंडिया ब्लॉक में 10, 5 और 2 सीटों पर आपसी झगड़े हुए। जनता समझती है कि कौन लोग एकजुट होकर सरकार चला सकते हैं। नीतीश कुमार पिछले 20 वर्षों से और नरेंद्र मोदी 11 वर्षों से सरकार चला रहे हैं। डबल इंजन की सरकार ने बिहार को हर क्षेत्र में लाभ पहुँचाया है। 5 लाख करोड़ रुपए का अनुदान, सड़क, परिवहन, बिजली, शिक्षा सभी क्षेत्रों में नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। बिहार की जनता, खासकर महिलाएं, एनडीए के साथ हैं।"

मांझी ने इंडिया ब्लॉक में सीट बंटवारे के विवाद पर कहा, "हमने पहले ही बता दिया था कि उनके बीच पद लोलुपता और सत्ता की लालसा है। हर कोई सरकार बनाना चाहता था, जिस कारण 15 सीटों पर एक से अधिक उम्मीदवार खड़े हो गए। यह स्पष्ट हो गया है कि गठबंधन का यह खेल जनता के लिए भ्रम उत्पन्न कर रहा था। इसलिए जनता ने मन बना लिया है कि वह एनडीए को ही वोट देगी।"

जीतन राम मांझी ने बताया कि एनडीए ने सभी 243 विधानसभा क्षेत्रों में अपने कार्यकर्ताओं को एकजुट किया है। उन्हें मतदान केंद्र मजबूत करने और बूथ प्रबंधन के लिए प्रशिक्षण दिया गया है। चुनाव के घोषित होने से पहले से ही एनडीए के कार्यकर्ता सक्रिय थे और सभी दलों के उम्मीदवारों के मुकाबले एनडीए की तैयारी और संगठन बेहतर है।

बिहार चुनाव से जुड़ी मोतिहारी पुलिस ने राजद प्रत्याशी देवा गुप्ता के घर छापेमारी की और राजन हत्याकांड के आरोपी सुबोध यादव को गिरफ्तार किया। सुबोध यादव चिरैया के मोहदीपुर का निवासी है और उसके खिलाफ पहले भी दो आपराधिक मामले दर्ज थे। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए मांझी ने कहा, "यह पुरानी बात है कि अपराधियों की संख्या बढ़ रही है। चाहे मर्डर हो, महिलाओं से छेड़छाड़ हो, लैंड ग्रैब या आर्थिक अपराध हो, आरजेडी के कार्यकर्ता आगे रहे हैं। यही कारण है कि समाज उनसे डरता है। रिटर्निंग ऑफिसर ने कार्रवाई की और उनका नॉमिनेशन रद्द किया, इसके लिए हम इलेक्शन कमीशन का धन्यवाद करते हैं। अगर जांच विस्तार से की जाती, तो दर्जनों नॉमिनेशन रद्द होते। यह आवश्यक है कि अपराधियों को चुनावी मैदान से बाहर रखा जाए।

Point of View

यह स्पष्ट है कि बिहार में चुनावी राजनीति में कई जटिलताएँ हैं, जिसमें गठबंधन की धारणाएँ और सीट बंटवारे के विवाद शामिल हैं। जनता की भावना को समझना महत्वपूर्ण है, और इस स्थिति में एनडीए के प्रति बढ़ता समर्थन एक संकेत है कि लोग स्थिरता और विकास की चाह रखते हैं।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

जीतन राम मांझी ने एनडीए की जीत का दावा क्यों किया?
उन्होंने कहा कि एनडीए में टिकट वितरण में कोई विवाद नहीं हुआ और जनता समझती है कि कौन लोग सरकार चला सकते हैं।
राजद पर जीतन राम मांझी ने क्या आरोप लगाए?
उन्होंने कहा कि राजद ने झामुमो को उचित सीटें नहीं दीं और उनके साथ कपटपूर्ण राजनीति की।
बिहार में चुनावी स्थिति क्या है?
बिहार में कई दलों के बीच सीट बंटवारे का विवाद चल रहा है, जिससे जनता के बीच भ्रम उत्पन्न हो रहा है।