क्या धनबाद मेले में फायरिंग से पूर्व जिला परिषद सदस्य अब्दुल मन्नान गिरफ्तार हुए?

सारांश
Key Takeaways
- धनबाद में फायरिंग की घटना ने सुरक्षा को लेकर सवाल उठाए हैं।
- अब्दुल मन्नान की गिरफ्तारी ने कानून की सख्ती को दर्शाया है।
- पुलिस ने बंदूक को बरामद कर लिया है और जांच जारी है।
- घायलों की स्थिति के बारे में जानकारी समय-समय पर अपडेट की जा रही है।
- सुरक्षा बलों की तैनाती से क्षेत्र में शांति बहाल करने का प्रयास किया जा रहा है।
धनबाद, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के धनबाद जिले में पुलिस ने फायरिंग के मामले में जिला परिषद के पूर्व सदस्य अब्दुल मन्नान को गिरफ्तार किया है। घटना में इस्तेमाल की गई बंदूक भी जब्त कर ली गई है। दीपावली की रात हुई इस घटना में तीन लोग घायल हो गए थे, जिनमें एक की हालत गंभीर बताई जा रही है।
गोविंदपुर थाना क्षेत्र के खड़काबाद में काली की पूजा के अवसर पर आयोजित मेले में अब्दुल मन्नान सोमवार की रात को अपने बेटे और साले के साथ बंदूक लेकर मेला स्थल पर पहुंचे थे। स्थानीय लोगों और पूजा समिति के सदस्यों ने मेले स्थल पर बंदूक लाने का विरोध किया, जिससे बहस बढ़ गई और देखते ही देखते झड़प की स्थिति बन गई।
इसी दौरान मन्नान के साले मुशर्रफ आलम उर्फ शेरू ने बंदूक से हवाई फायरिंग कर दी। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, तीन राउंड फायरिंग की गई, जिससे पूजा पंडाल क्षेत्र में भगदड़ मच गई। इसमें तीन लोग घायल हो गए। स्थानीय लोगों ने घायलों को तत्काल धनबाद के शाहिद निर्मल महतो मेडिकल कॉलेज अस्पताल भेजा।
सूचना मिलते ही गोविंदपुर थाना पुलिस मौके पर पहुंची और अब्दुल मन्नान को गिरफ्तार कर बंदूक जब्त कर ली।
धनबाद मुख्यालय-1 के डीएसपी शंकर कामती ने बताया, “पूर्व जिप सदस्य अब्दुल मन्नान को गिरफ्तार कर लिया गया है। बंदूक जब्त कर ली गई है और यह जांच की जा रही है कि हथियार लाइसेंसी है या नहीं। घायलों को गोली लगी है या वे भीड़भाड़ में जख्मी हुए हैं, इसकी पुष्टि जांच के बाद होगी।”
उन्होंने कहा कि मामले की हर बिंदु पर जांच जारी है। पुलिस यह भी पता लगा रही है कि फायरिंग किसने की और हथियार किसके नाम पर है। दोषी पाए जाने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी। फिलहाल इलाके में स्थिति सामान्य है, लेकिन पुलिस एहतियातन तैनात है ताकि किसी भी तरह की अप्रिय घटना को रोका जा सके।