क्या गोविंद सिंह डोटासरा ने झालावाड़ हादसे पर भाजपा सरकार को कठघरे में खड़ा किया?

सारांश
Key Takeaways
- गोविंद सिंह डोटासरा ने शिक्षा मंत्री पर गंभीर आरोप लगाए।
- झालावाड़ में सात बच्चों की मौत हुई।
- भाजपा सरकार की प्राथमिकताएं सवालों के घेरे में हैं।
- शिक्षा के क्षेत्र में सुधार की जरूरत है।
- मुख्यमंत्री को घटनास्थल पर जाना चाहिए था।
सीकर, 27 जुलाई (राष्ट्र प्रेस)। राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (पीसीसी) के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा ने झालावाड़ जिले में हुए विद्यालय हादसे को लेकर राज्य की भाजपा सरकार पर कड़ा प्रहार किया। उन्होंने शिक्षा मंत्री मदन दिलावर पर संवेदनहीनता का आरोप लगाते हुए उन्हें तुरंत बर्खास्त करने की मांग की।
उन्होंने झालावाड़ में सात बच्चों की मृत्यु के मामले में सरकार की लापरवाही की आलोचना की। उनका कहना था, "आजादी के 70 वर्षों के बाद भी ऐसी घटनाएं शर्मनाक हैं। यह पूरे प्रणाली की नाकामी को दर्शाती है। सरकार को अपनी प्राथमिकताएं निर्धारित करनी चाहिए। आरटीई कानून के लागू होने के बाद सरकारी स्कूलों में सुधार हुआ है, लेकिन वर्तमान सरकार सिर्फ पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार की योजनाओं की समीक्षा और बेतुके बयानों में व्यस्त है। भाजपा सरकार को बने डेढ़ साल हो गया है, लेकिन यह केवल कांग्रेस राज में बनी योजनाओं और कार्यों की समीक्षा में लगी हुई है।"
उन्होंने कहा, "शिक्षा मंत्री सिर्फ बयानों में लगे हुए हैं। बच्चों की पढ़ाई के लिए अच्छे भवन बनाने, उनकी मरम्मत करने और अच्छी शिक्षा सुनिश्चित करने पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा, यह बहुत दुर्भाग्यपूर्ण है। शिक्षा मंत्री महज बेतुके बयानों में उलझे हुए हैं। कहने को डबल इंजन की सरकार है, लेकिन न तो केंद्र सरकार का ध्यान शिक्षा, गरीबों और बेरोजगारों पर है और न ही राज्य सरकार का। किसानों, दलितों और पिछड़ों पर हर दिन अत्याचार हो रहे हैं, जो कि बहुत ही दुःखद हैं।"
उन्होंने आगे कहा, "मुख्यमंत्री को झालावाड़ हादसे के बाद वहां जाना चाहिए था, लेकिन वे सीकर में पौधरोपण जैसे छोटे कार्यक्रमों में व्यस्त हैं, जो उनकी निर्णय लेने की क्षमता पर सवाल उठाते हैं।"
डोटासरा ने किरोड़ी लाल मीणा पर भी तंज कसा। उन्होंने कहा, "किरोड़ी लाल एसआई भर्ती मामले में बड़े-बड़े वादे करते थे, लेकिन अब कुछ नहीं कर पा रहे हैं। उन्हें बेतुकी बयानबाजी बंद करके बच्चों से माफी मांगनी चाहिए।"
कांग्रेस नेता ने नीमकाथाना जिले की बहाली और नानी बीड में गंदे पानी की निकासी जैसे मुद्दों पर भी चर्चा की। उन्होंने कहा, "सरकार केवल लीपापोती कर रही है। डेढ़ साल में कोई ठोस काम नहीं हुआ है।"