क्या झारखंड के पलामू में छठ पर्व के दौरान सोन नदी में डूबकर तीन युवकों की मौत हुई?
सारांश
Key Takeaways
- छठ पर्व के दौरान नदी में स्नान करते समय सावधानी बरतें।
- घटनाओं के प्रति प्रशासन की तत्परता महत्वपूर्ण है।
- स्थानीय समुदाय में एकजुटता और सहयोग आवश्यक है।
पलामू, 27 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड के पलामू जिला के हुसैनाबाद थाना क्षेत्र में छठ पर्व के खरना स्नान के अवसर पर सोन नदी में डूबने से तीन युवकों की जान चली गई। सोमवार को स्थानीय गोताखोरों की सहायता से तीनों के शव बरामद कर लिए गए हैं। इस घटना ने पूरे क्षेत्र में शोक
सूत्रों के अनुसार, हुसैनाबाद थाना क्षेत्र के पोखराही गांव के निकट पांच युवक शनिवार की शाम को खरना स्नान के लिए सोन नदी में गए थे, जब वे गहरे पानी में चले गए। इनमें से दो युवक किसी तरह बाहर आने में सफल रहे, जबकि तीन युवक डूब गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत शोर मचाया और गोताखोरों की मदद से खोजबीन शुरू की। घटना की जानकारी मिलते ही हुसैनाबाद के एसडीपीओ एस मोहम्मद याकूब, सीओ पंकज कुमार और दंगवार ओपी प्रभारी सोनू गुप्ता घटनास्थल पर पहुंचे। इसके बाद रात भर रेस्क्यू ऑपरेशन चला, लेकिन युवकों का पता नहीं चल सका।
सोमवार की सुबह प्रशासन की निगरानी में फिर से खोजबीन शुरू की गई और तीनों के शव बरामद किए गए। मृतकों की पहचान बिहार के शेरघाटी निवासी अंकुश पासवान (22), औरंगाबाद जिले के नवीनगर के इटवा निवासी आदर्श चंद्रवंशी (22), और पोखराही गांव के रजनीश चंद्रवंशी (23) के रूप में हुई है। ये सभी पलामू में एक रिश्तेदार के यहां छठ पर्व मनाने आए थे। तीनों के शवों को पोस्टमार्टम के लिए हुसैनाबाद अनुमंडलीय अस्पताल भेज दिया गया है।
इस घटना के बाद से पोखराही गांव और आसपास के क्षेत्र में शोक का माहौल है। प्रशासन ने लोगों से अनुरोध किया है कि त्योहारों के दौरान नदी या तालाब में स्नान करते समय सावधानी बरतें और गहरे पानी में जाने से बचें। जिले के विभिन्न स्थानों पर छठ घाटों पर सुरक्षा के लिए गोताखोरों को तैनात किया गया है।