क्या झारखंड के नौ सीनियर डीएसपी को आईपीएस में प्रोन्नति देने के प्रस्ताव को स्वीकृति मिली?
सारांश
Key Takeaways
- नौ सीनियर डीएसपी को आईपीएस में प्रोन्नति
- यूपीएससी की स्वीकृति प्राप्त
- कानून व्यवस्था में सुधार की उम्मीद
- आईपीएस अधिकारियों की संख्या बढ़कर 80 हुई
- संरचनात्मक बदलाव की तैयारी
रांची, २५ नवंबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड पुलिस सेवा के नौ सीनियर डीएसपी को भारतीय पुलिस सेवा (आईपीएस) में प्रोन्नति देने के प्रस्ताव को यूपीएससी की स्वीकृति मिल गई है। राज्य सरकार के गृह, कारा एवं आपदा प्रबंधन विभाग द्वारा शीघ्र ही प्रोन्नति संबंधी आदेश जारी किए जाने की संभावना है।
आधिकारिक सूत्रों के मुताबिक, जिन अधिकारियों को प्रोन्नति मिली है, उनमें श्रीराम समद, रोशन गुड़िया, अविनाश कुमार, राजेश कुमार, मजरूल होदा और दीपक कुमार-एक शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, जेपीएससी सेकेंड बैच के राधाकृष्ण किशोर, मुकेश महतो और सुवेंदु को सशर्त प्रोन्नति दी गई है, क्योंकि इन पर सीबीआई जांच चल रही है।
राज्य सरकार ने आईपीएस संवर्ग के नौ रिक्त पदों के लिए यूपीएससी के पास कुल १७ सीनियर डीएसपी के नामों की अनुशंसा की थी। यूपीएससी ने इन सभी के प्रोफाइल पर विचार करने के बाद नौ नामों पर सहमति जताई। वर्तमान में झारखंड में २०१२ से २०२१ बैच तक के एसपी रैंक के कुल ७१ आईपीएस अधिकारी कार्यरत हैं, जिनमें से १० अधिकारी केंद्रीय प्रतिनियुक्ति पर हैं। अब नौ डीएसपी के आईपीएस में शामिल होने के बाद यह संख्या बढ़कर ८० हो जाएगी।
आधिकारिक सूत्रों के अनुसार, राज्य पुलिस सेवा में व्यापक स्तर पर पदोन्नति और संरचनात्मक बदलाव की तैयारी भी चल रही है। जानकारी के अनुसार, कुल १६ आईपीएस अधिकारियों को विभिन्न रैंकों पर प्रोन्नति देने की प्रक्रिया अंतिम चरण में है। इसमें एडीजी, आईजी, डीआईजी और एसपी से सेलेक्शन ग्रेड तक की पदोन्नतियां शामिल हैं। इन पदोन्नतियों के बाद राज्य पुलिस की वरिष्ठ कमान और प्रशासनिक ढांचा और मजबूती की उम्मीद है।
नई प्रोन्नतियां राज्य की कानून व्यवस्था को मजबूत करने में सहायक होंगी, क्योंकि कई महत्वपूर्ण जिलों और पदों पर अनुभवी अधिकारियों की उपलब्धता बढ़ेगी। गृह विभाग जल्द ही नए रैंक के अनुसार पदस्थापना सूची भी जारी करेगा।