क्या झारखंड के गैंग को पाकिस्तान से हो रही है हथियारों की सप्लाई?

सारांश
Key Takeaways
- पाकिस्तान से हथियारों की सप्लाई का मामला गंभीर है।
- गैंगस्टर प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा के गिरोह सक्रिय हैं।
- रांची पुलिस ने पांच अपराधियों को गिरफ्तार किया है।
- वसूली के लिए गिरोह सक्रिय रूप से काम कर रहा था।
- हथियारों का उपयोग व्यापारियों को डराने के लिए किया जा रहा था।
रांची, 22 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड में गैंगस्टर प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा के गुर्गों को पाकिस्तान से हथियारों की सप्लाई हो रही है। इन हथियारों के बल पर झारखंड के व्यापारियों को धमकाने और उनसे रंगदारी वसूलने के मामलों में गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पत्नी समेत पांच अपराधियों को रांची पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
गिरफ्तार किए गए अपराधियों में इनामुल हक उर्फ बबलू खान, रवि आनंद उर्फ सिंघा, मो शाहिद उर्फ अफरीदी खान, मो सेराज उर्फ मदान, और गैंगस्टर सुजीत सिन्हा की पत्नी रिया सिन्हा शामिल हैं। इनके पास से तीन लोडेड पिस्टल, सात मैगजीन और 13 जिंदा गोलियां बरामद हुईं। रांची पुलिस ने बुधवार शाम को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह जानकारी दी।
रांची के एसएसपी राकेश रंजन को प्रिंस खान और सुजीत सिन्हा गैंग के अपराधियों के सक्रिय होने की सूचना मिली थी। इसके आधार पर उन्होंने एक विशेष टीम का गठन किया, जिसने रांची में पारचुट्ट ओवर ब्रिज के पास काले रंग की टाटा सफारी में बैठे चार अपराधियों को दबोचा।
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि यूएई में बैठे गैंगस्टर प्रिंस खान और झारखंड में जेल में बंद सुजीत सिन्हा के गिरोह ने व्यापारियों से रंगदारी वसूलने के लिए हाथ मिला लिया है। प्रिंस खान पाकिस्तान से ड्रोन के जरिए हथियारों की खेप भारत मंगवाता है। इसके बाद इन हथियारों का इस्तेमाल झारखंड समेत देश के अन्य हिस्सों में बड़े व्यापारियों और पूंजीपतियों को डराकर रंगदारी वसूलने के लिए किया जाता है।
रांची में इनामुल हक अपने गुर्गों के साथ इन दोनों गैंग के लिए वसूली करता था। वसूली गई रकम सुजीत सिन्हा के माध्यम से यूएई में बैठे प्रिंस खान तक पहुंचाई जाती थी। पुलिस ने बताया कि हाल में शहर के डोरंडा थाना क्षेत्र में हुई हवाई फायरिंग में भी इसी गिरोह का हाथ था। गिरफ्तार अपराधियों में इनामुल हक पहले भी हत्या, हमला और आर्म्स एक्ट के मामलों में जेल जा चुका है।
इस कार्रवाई में रांची के डीएसपी संजीव बेसरा, पुलिस इंस्पेक्टर कुलदीप कुमार, बीआईटी ओपी प्रभारी अजय कुमार दास सहित कई पुलिस अधिकारी और सशस्त्र बल के जवान शामिल रहे।