क्या झारखंड में एनडीए विधायक दल की बैठक में सरकार को घेरने की रणनीति बनाई गई?

सारांश
Key Takeaways
- एनडीए ने राज्य सरकार को घेरने की रणनीति बनाई है।
- सूर्या हांसदा एनकाउंटर की सीबीआई जांच की मांग की गई।
- किसानों की समस्याओं को सदन में उठाने का निर्णय लिया गया।
- अटल क्लीनिक का नाम बदलना विवाद का विषय बना।
- विधि-व्यवस्था में सुधार की आवश्यकता है।
रांची, 22 अगस्त (राष्ट्र प्रेस)। झारखंड विधानसभा के मानसून सत्र में एनडीए गठबंधन ने राज्य सरकार को घेरने के लिए अपनी रणनीति तैयार कर ली है। भाजपा प्रदेश कार्यालय में शुक्रवार को गठबंधन विधायकों की बैठक में यह निर्णय लिया गया कि गोड्डा के सूर्या हांसदा के एनकाउंटर मामले की सीबीआई जांच की मांग पर एनडीए अडिग रहेगा।
बैठक में विधि-व्यवस्था, अटल क्लीनिक का नाम परिवर्तन, विश्वविद्यालय संशोधन बिल, किसानों की समस्याओं और यूरिया की कालाबाजारी जैसे महत्वपूर्ण मुद्दों को सदन में प्रमुखता से उठाने का निर्णय लिया गया। इस बैठक की अध्यक्षता भाजपा प्रदेश अध्यक्ष और नेता प्रतिपक्ष बाबूलाल मरांडी ने की। इसमें जदयू विधायक सरयू राय, आजसू विधायक निर्मल महतो, लोजपा विधायक जनार्दन पासवान और अन्य भाजपा विधायकों और पदाधिकारियों ने भाग लिया।
बैठक के बाद विधानसभा में भाजपा के मुख्य सचेतक नवीन जायसवाल ने मीडिया से बातचीत में कहा कि राज्य सरकार के इशारे पर पुलिस की बर्बरता और ध्वस्त होती विधि-व्यवस्था से जुड़े सवाल हमारे एजेंडे में सबसे ऊपर हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि आदिवासी नेता सूर्या हांसदा का एनकाउंटर फर्जी है और यह साजिशन हत्या का मामला है, इसलिए इसकी सीबीआई जांच आवश्यक है।
जायसवाल ने कहा कि अटल क्लीनिक का नाम बदलकर ‘मदर टेरेसा क्लीनिक’ करना अटल बिहारी वाजपेयी और झारखंड की जनता का अपमान है। उन्होंने विश्वविद्यालय संशोधन विधेयक का भी विरोध किया और कहा कि सरकार शिक्षा व्यवस्था को बर्बाद करने पर तुली है। यह मुद्दा भी सदन में उठाया जाएगा।
एनडीए ने किसानों की समस्याओं, अतिवृष्टि से फसलों की बर्बादी, यूरिया की कालाबाजारी, बेरोजगारी, परीक्षा में धांधली, पूर्व विधायकों की सुरक्षा और विपक्षी नेताओं को धमकियों जैसे मुद्दों को भी सदन में उठाने का फैसला किया। आजसू विधायक निर्मल महतो ने पूर्व उप मुख्यमंत्री सुदेश महतो को मिल रही धमकियों को गंभीर बताते हुए इसे सदन में उठाने की बात कही।
लोजपा विधायक जनार्दन पासवान ने कहा कि गठबंधन के सभी विधायक सत्र के दौरान एकजुट होकर सरकार की नाकामियों को उजागर करेंगे।