क्या जीतन राम मांझी ने अपनी पार्टी के लिए राज्यसभा सीट की मांग की?
सारांश
Key Takeaways
- राज्यसभा सीट की मांग की गई है।
- भाजपा को चेतावनी दी गई है।
- राजनीतिक संघर्ष के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया गया है।
- यदि मांग पूरी नहीं हुई, तो गठबंधन तोड़ने की संभावना है।
पटना, 21 दिसंबर (राष्ट्र प्रेस)। केंद्रीय मंत्री और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के संस्थापक जीतन राम मांझी ने रविवार को खुलकर अपनी पार्टी के लिए एक राज्यसभा सीट की मांग की। उन्होंने भाजपा को चेतावनी दी कि यदि उनकी यह मांग पूरी नहीं की गई, तो 'हम' गठबंधन को समाप्त करने के लिए तैयार हैं।
बिहार के गयाजी में आयोजित एक पार्टी कार्यक्रम में मांझी ने अपने बेटे और 'हम' के राष्ट्रीय अध्यक्ष संतोष कुमार सुमन से चर्चा की और उन्हें राजनीतिक संघर्ष के लिए तैयार रहने का निर्देश दिया।
उन्होंने मंच पर कहा, 'निराश मत हो संतोष। तुम्हारे दादा किसान थे और आज तुम्हारे पिता केंद्रीय मंत्री हैं। लड़ाई के लिए तैयार रहो। अब इंकलाब जिंदाबाद के नारे लगाने के लिए तत्पर रहो।'
मांझी ने आरोप लगाया कि भाजपा ने लोकसभा चुनाव के दौरान राज्यसभा सीट देने का वादा किया था, लेकिन अब तक उस वादे को निभाया नहीं गया है।
उन्होंने कहा कि राज्यसभा चुनाव कुछ ही महीनों में होने वाले हैं और चेतावनी दी कि यदि पार्टी को फिर से सीट नहीं मिली, तो 'हम' पार्टी गठबंधन पर पुनर्विचार करेगी।
उन्होंने यह भी कहा कि यदि इस बार हमें राज्यसभा सीट नहीं मिली, तो मैं मंत्री पद से इस्तीफा देने और एक नया रास्ता अपनाने के लिए तैयार हूं।
मांझी ने यह भी कहा कि लोकसभा और विधानसभा दोनों चुनावों में 'हम' के साथ धोखा हुआ है और उसे लगातार कम आंका गया है।
उन्होंने कहा, 'आपने हमें कम आंककर गलती की है। यदि यह गलती दोहराई गई, तो हम अकेले चुनाव लड़ने के लिए भी तैयार हैं।'
उन्होंने संगठनात्मक एकता की आवश्यकता पर जोर देते हुए कहा कि यदि भाजपा केवल पांच सीटें देती है, तो क्या होगा? आपको 100 सीटों पर चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहना चाहिए। यदि हमें 6 प्रतिशत वोट या 10-15 सीटें भी मिल जाएं, तो पार्टी को पहचान मिलेगी।