क्या नेपाल में जो हुआ, वह भारत में कभी नहीं होने देंगे? राहुल गांधी वोट अधिकार की रक्षा के लिए क्यों कर रहे हैं संघर्ष: पटवारी

सारांश
Key Takeaways
- गायों की सुरक्षा की जिम्मेदारी सरकार की है।
- कांग्रेस पार्टी गाय माता की रक्षा के लिए आंदोलन कर रही है।
- भारत में संविधान सभी को समान अधिकार देता है।
इंदौर, 12 सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। मध्य प्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष जीतू पटवारी ने मुख्यमंत्री मोहन यादव के गायों को लेकर दिए गए बयान का स्वागत करते हुए एक महत्वपूर्ण सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि गायों की सुरक्षा की जिम्मेदारी मुख्यमंत्री और उनकी सरकार की है, इसके बावजूद प्रदेश के विभिन्न जिलों में हर महीने 1,000 से अधिक गायों की मौत हो रही है।
पटवारी ने पूछा कि इन गायों की मौत के पीछे के कारण क्या हैं?
सड़क हादसों में गायों की हानि और गौशालाओं की दयनीय स्थिति पर निशाना साधते हुए जीतू पटवारी ने कहा कि मुख्यमंत्री को गौशालाओं की स्थिति सुधारने के लिए तात्कालिक कदम उठाने चाहिए। कांग्रेस पार्टी गाय माता की रक्षा के लिए एक सप्ताह का आंदोलन करेगी। हम गौशालाओं का निरीक्षण करेंगे और उनकी स्थिति को उजागर करेंगे।
पटवारी ने यह भी मांग की कि गाय को राष्ट्रीय पशु का दर्जा दिया जाए और इसे 'राष्ट्रमाता' के रूप में मान्यता दी जाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री मोहन यादव केवल भाषण देकर सहानुभूति जताते हैं, जो उनके पद के लिए अनुचित है। कांग्रेस पार्टी गाय माता की रक्षा और संवैधानिक मूल्यों की सुरक्षा के लिए संकल्पित है। मैं सरकार से गौशालाओं की स्थिति सुधारने और गायों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए ठोस कदम उठाने की अपील करता हूं।
इसके अतिरिक्त, जीतू पटवारी ने भाजपा विधायक द्वारा नेपाल की घटनाओं की तुलना भारत से करने वाले बयान की निंदा की। उन्होंने कहा कि भारत की स्वतंत्रता हमारे पूर्वजों की शहादत और तपस्या का फल है। भारत में सभी धर्मों का सम्मान और संविधान सभी को समान अधिकार प्रदान करता है। पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, अफगानिस्तान या नेपाल जैसी स्थिति भारत में कभी नहीं होगी।
पटवारी ने यह भी कहा कि यहां संविधान सभी को सोचने, पढ़ने और लिखने का अधिकार देता है। भारत के संविधान में सभी की आस्था है और जो कुछ पाकिस्तान, बांग्लादेश, म्यांमार, अफगानिस्तान और नेपाल में हुआ, वह भारत में नहीं होने देंगे। इसके लिए यदि जान भी देनी पड़े, तो हम पीछे नहीं हटेंगे।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी वोट के अधिकार की रक्षा के लिए संघर्ष कर रहे हैं, जबकि भाजपा के बयान देश की एकता को कमजोर करते हैं।