क्या जोधपुर रेल मंडल ने त्योहारों के लिए 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं?

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क्या जोधपुर रेल मंडल ने त्योहारों के लिए 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें शुरू की हैं?

सारांश

जोधपुर रेलवे मंडल ने त्योहारों के उत्सव में यात्रियों की सुविधा के लिए 7 जोड़ी विशेष ट्रेनें शुरू की हैं। इस कदम से जोधपुर मंडल में यात्रियों की संख्या में वृद्धि हुई है। जानिए विशेष व्यवस्थाओं और स्टेशन विकास के बारे में।

Key Takeaways

  • 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई हैं।
  • 49 नए कोच नियमित ट्रेनों में जोड़े गए हैं।
  • यात्रियों की संख्या 60,000 से 1 लाख के बीच है।
  • प्रतीक्षा सूची को कम करने के प्रयास किए जा रहे हैं।
  • स्टेशनों का कायाकल्प किया जा रहा है।

जोधपुर, 21 अक्टूबर (राष्ट्र प्रेस)। जोधपुर रेलवे मंडल के डीआरएम अनुराग त्रिपाठी ने जानकारी दी है कि त्योहारों के मौसम में यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई विशेष इंतजाम किए गए हैं। छठ के अवसर पर रेलवे ने जोधपुर मंडल में विशेष व्यवस्थाएं की हैं।

उन्होंने बताया कि देशभर में हजारों स्पेशल ट्रेनें चलाई जा रही हैं और जोधपुर मंडल में भी 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई हैं। इसके साथ ही 14 जोड़ी नियमित ट्रेनों में 49 नए कोच जोड़े गए हैं, जो कि एक महत्वपूर्ण कदम है।

डीआरएम ने कहा कि इस बार स्टेशनों पर भीड़ कम नजर आ रही है, क्योंकि यात्रियों को सुविधाजनक और सुनियोजित तरीके से ट्रेनों में चढ़ाया-उतारा जा रहा है।

उन्होंने आगे कहा, "हम पहले से योजना बनाते हैं कि स्पेशल ट्रेनें कहां और कब चलानी हैं, कोच कहां जोड़े जाएं और ट्रेनें किस दिशा में जाएं।" अधिकांश यात्री बिहार, उत्तर प्रदेश, मुंबई और अहमदाबाद की ओर यात्रा कर रहे हैं, जिसके लिए इन रूट्स पर विशेष रेलगाड़ियों की व्यवस्था की गई है।

अनुराग त्रिपाठी ने बताया कि 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनों में हर दिन 3,000 से 3,500 यात्री सफर कर रहे हैं। वहीं, नियमित ट्रेनों में भी 30,000 से 50,000 यात्री प्रतिदिन यात्रा कर रहे हैं, जिससे जोधपुर मंडल में रोजाना 60,000 से 1 लाख यात्री सफर कर रहे हैं।

उन्होंने प्रतीक्षा सूची की समस्या के समाधान के लिए किए गए प्रयासों का उल्लेख करते हुए कहा कि जब प्रतीक्षा सूची बढ़ती है, तो विशेष ट्रेनें और अतिरिक्त कोच जोड़े जाते हैं। 14 जोड़ी ट्रेनों में 49 नए कोच लगाने से यात्रियों को सुविधा मिली है।

डीआरएम ने कहा, "विशेष ट्रेनें प्रतीक्षा सूची को कम करती हैं, क्योंकि लोग इन्हें प्राथमिकता देते हैं, जिससे नियमित ट्रेनों पर दबाव कम होता है।" अगर यात्री संख्या बढ़ती है, तो और स्पेशल ट्रेनें चलाने की योजना है। वर्तमान में जोधपुर मंडल अपनी पूरी क्षमता से काम कर रहा है और यात्रियों को कोई परेशानी नहीं हो रही।

त्योहारों के दौरान रेलवे पर दबाव बढ़ जाता है, लेकिन जोधपुर मंडल के हज़ारों-लाखों रेलकर्मी दिन-रात मेहनत कर रहे हैं। डीआरएम ने कहा कि जब लोग घरों में त्योहार मना रहे होते हैं या सो रहे होते हैं, तब हमारे पायलट, गार्ड, पॉइंट्समैन, ट्रैकमैन और टिकट चेकिंग स्टाफ जनता की सेवा में जुटे होते हैं। यह रेल मंत्रालय, क्षेत्रीय मुख्यालय और मंडल कार्यालय का संयुक्त प्रयास है, जिससे यात्रियों को अच्छी सुविधाएं मिल रही हैं।

उन्होंने बताया कि अमृत भारत योजना के तहत प्रधानमंत्री ने 15 स्टेशनों का उद्घाटन कर चुके हैं। जोधपुर मंडल में नौखा और बाडमेर के स्टेशन का उद्घाटन जल्द होगा, जबकि बाकी 12 स्टेशन अगले 3-4 महीनों में तैयार हो जाएंगे। जैसलमेर स्टेशन परियोजना 150 करोड़ रुपए की है और यह बनकर तैयार है। पाली स्टेशन के लिए 95 करोड़ रुपए का टेंडर हो चुका है, जो डेढ़-दो साल में पूरा होगा। जोधपुर स्टेशन परियोजना 500 करोड़ रुपए की है, जिसमें एस्केलेटर, लिफ्ट और अलग प्रवेश-निकास द्वार बनाए जा रहे हैं। यह भी डेढ़-दो साल में पूरा होगा।

डीआरएम ने कहा कि ये कदम यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा को बढ़ाएंगे। उन्होंने जोधपुर मंडल की मेहनत की प्रशंसा की और कहा कि यात्री भी इन सुविधाओं से संतुष्ट हैं। रेलवे का यह प्रयास त्योहारों में यात्रियों को घर पहुंचाने और स्टेशन विकास में मील का पत्थर साबित हो रहा है।

Point of View

बल्कि यह रेलवे के विकास और सुरक्षा को भी दर्शाता है। त्योहारों में यात्रियों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यह कदम समय की आवश्यकता है। यह पहल न केवल यात्रा को सुगम बनाएगी, बल्कि यात्रियों के लिए एक सुरक्षित और सुविधाजनक यात्रा अनुभव भी सुनिश्चित करेगी।
NationPress
21/10/2025

Frequently Asked Questions

जोधपुर मंडल में कितनी स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई हैं?
जोधपुर मंडल में 7 जोड़ी स्पेशल ट्रेनें शुरू की गई हैं।
यात्रियों की संख्या कितनी है?
हर दिन 60,000 से 1 लाख यात्री जोधपुर मंडल में सफर कर रहे हैं।
क्या स्टेशन का विकास हो रहा है?
हां, अमृत भारत योजना के तहत कई स्टेशनों का विकास किया जा रहा है।
प्रतीक्षा सूची की समस्या का समाधान कैसे किया जा रहा है?
विशेष ट्रेनें और अतिरिक्त कोच जोड़कर प्रतीक्षा सूची की समस्या को हल किया जा रहा है।
क्या यात्रियों की सुरक्षा का ध्यान रखा जा रहा है?
जी हां, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा को प्राथमिकता दी जा रही है।