क्या ‘मातृ वंदना योजना’ और ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ ने लाभार्थियों की तक़दीर बदल दी?

सारांश
Key Takeaways
- मातृ वंदना योजना से गर्भवती महिलाओं को आर्थिक सहायता मिलती है।
- सुकन्या समृद्धि योजना बेटियों के भविष्य को सुरक्षित करती है।
- इन योजनाओं से आर्थिक सशक्तीकरण होता है।
- लाभार्थियों ने सरकार का आभार व्यक्त किया।
- ये योजनाएँ सामाजिक बदलाव में सहायक हैं।
पानीपत, १७ सितंबर (राष्ट्र प्रेस)। ‘मातृ वंदना योजना’ और ‘सुकन्या समृद्धि योजना’ के लाभार्थियों ने बुधवार को साझा किया कि किस प्रकार इन योजनाओं ने उनकी ज़िंदगी में सकारात्मक परिवर्तन लाया है। लाभार्थियों ने केंद्र की मोदी सरकार का आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रधानमंत्री हमेशा देशवासियों के कल्याण के लिए चिंतित रहते हैं।
समाचार एजेंसी राष्ट्र प्रेस से बातचीत में लाभार्थी कौशिल्या ने मातृ वंदना योजना की महत्वपूर्णता पर जोर देते हुए कहा कि उन्होंने इस योजना के तहत तीन किस्तों में राशि प्राप्त की, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति में सुधार हुआ है। उन्होंने कहा, "यह योजना महिलाओं के लिए बहुत लाभकारी है। इससे हमारे खानपान में सुधार आया है और अब हम आर्थिक चुनौतियों का सामना नहीं कर रहे हैं।"
लाभार्थी इंदू ने सुकन्या समृद्धि योजना के बारे में बताया कि यह प्रधानमंत्री की बेटी बचाओ और बेटी पढ़ाओ योजना का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत उनकी बेटी की उम्र १४ साल होने पर एक राशि जमा करनी होती है, जो १८ साल की उम्र में उन्हें मिलेगी। इससे निर्धन परिवारों के लिए आर्थिक सहायता प्राप्त होगी।
उन्होंने कहा, "यह योजना हमारे जीवन में बड़ा बदलाव लाएगी। हमें अपनी बेटी के भविष्य को लेकर चिंता नहीं करनी पड़ेगी। हम चाहते हैं कि वह आगे चलकर प्रधानमंत्री की जिम्मेदारियों को संभाले।"